Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the newsmatic domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/imagequo/domains/shrinaradmedia.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
प्रत्येक वर्ष 8 अक्टूबर को क्यों मनाया जाता है वायु सेना दिवस? - श्रीनारद मीडिया

प्रत्येक वर्ष 8 अक्टूबर को क्यों मनाया जाता है वायु सेना दिवस?

प्रत्येक वर्ष 8 अक्टूबर को क्यों मनाया जाता है वायु सेना दिवस?

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

वायुसेना दिवस हर साल मनाया जाने वाला एक वार्षिक उत्सव के रूप में है जिसे कई देशों द्वारा सशस्त्र बल के साथ मनाया जाता है। भारत 8 अक्टूबर को भारतीय वायु सेना (IAF) के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक संगठन के रूप में वायुसेना दिवस मनाता है जो राष्ट्रीय सुरक्षा और अधिकार को मजबूत करने का एक प्रयास है।

भारतीय वायु सेना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायु सेना है। यूपी के गाजियाबाद में स्थित इसका हिंडन वायुसेना स्टेशन एशिया में सबसे बड़ा है। IAF जब से अस्तित्‍व में आई है तब से लेकर आज तक अपने ध्येय वाक्‍य ‘नभः स्पृशं दीप्तम्’ को सच करती आ रही है। इसके मायने हैं, ‘गर्व के साथ आकाश को छूना।’ नीला, आसमानी नीला और सफेद इसके रंग हैं। यह भगवद गीता के 11 वें अध्याय से लिया गया था, जिसमें कुरुक्षेत्र के युद्ध के मैदान पर भगवान कृष्ण द्वारा दिए गए प्रवचन शामिल हैं।

इतिहास – 8 अक्टूबर ही क्यों?

IAF की स्थापना 8 अक्टूबर, 1932 को अविभाजित भारत में हुई थी, जो औपनिवेशिक शासन के अधीन थी। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इसके योगदान के लिए किंग जार्ज VI द्वारा सेना को ‘रायल’ प्रीफिक्स से नवाजा गया। प्रीफिक्स बाद में 1950 में हटा दिया गया था जब भारत एक गणतंत्र बन गया था।

वायुसेना दिवस हर साल 8 अक्टूबर को मनाया जाता है क्योंकि इस दिन 1932 में भारतीय वायु सेना को आधिकारिक तौर पर यूनाइटेड किंगडम की रायल एयरफोर्स के लिए एक सहायक बल के रूप में स्थापित किया गया था।

हालांकि, भारतीय वायु सेना का पहला आपरेशनल स्क्वाड्रन अगले वर्ष 8 अक्टूबर को ही अस्तित्व में आया। इन्हीं सब कारणों से यह दिन वायुसेना दिवस के रूप में जाना जाने लगा।

द्वितीय विश्व युद्ध में बल की भागीदारी के बाद चीजें बहुत बदल गईं। तब से और 1940 के दशक के अंत तक जब भारत एक गणतंत्र बना, भारतीय वायु सेना को रायल इंडियन एयर फोर्स कहा जाने लगा।

इवेंट्स

1947 में हमारी स्वतंत्रता के बाद से, वायुसेना दिवस को नई दिल्ली के पालम में कार्यक्रमों, परेडों और एक फ्लाईपास्ट द्वारा चिह्नित किया गया है। लेकिन पिछले 15 सालों से देश की राजधानी में ट्रैफिक की बढ़ती समस्या के चलते इवेंट्स को हिंडन एयर बेस में शिफ्ट कर दिया गया।

हिंडन में दिन के एक्शन के दौरान, पुरुष और महिला दोनों पायलटों द्वारा एक परेड आयोजित की जाती है, एक अलंकरण समारोह होता है जहां वायु सेना प्रमुख (सीएएस) द्वारा प्राप्तकर्ताओं की वर्दी को पदकों से नवाजा जाता है।

इस वर्ष, भारतीय वायु सेना ने 8 अक्टूबर को वायु सेना दिवस समारोह का फुल ड्रेस रिहर्सल (FDR) आयोजित किया। रक्षा मंत्रालय (MoD) द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, ‘वायुसेना स्टेशन हिंडन (गाजियाबाद) में वायु सेना दिवस परेड-सह-निवेश समारोह की पहचान विभिन्न विमानों द्वारा एक शानदार हवाई प्रदर्शन द्वारा होगी।’

वायु सेना दिवस 2021 को मनाने से पहले IAF ने ट्विटर पर रिहर्सल की कुछ तस्वीरें साझा कीं। रक्षा मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार, वजीरपुर पुल-करवलनगर-अफजलपुर-हिंडन, शामली-जीवाना-चंडीनगर-हिंडन, हापुड़-पिलखुआ-गाजियाबाद-हिंडन ऐसे इलाके हैं, जहां तक प्रदर्शन किए जाने हैं।

वहीं, 89वीं वर्षगांठ के इस खास अवसर पर शुक्रवार को हिंडन एयरबेस पर वायुसेना 1971 के युद्ध में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध की विजयगगाथा को भी दर्शाएगी। बता दें कि इस साल भारत-पाकिस्तान युद्ध के 50 साल भी पूरे हुए हैं, जहां भारतीय वायुसेना इस साल को विजय वर्ष के तौर पर मना रही है।

 

Leave a Reply

error: Content is protected !!