अमेरिका के अरबपति कारोबारी जॉर्ज सोरोस एक बार फिर चर्चा में क्यों है?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
अमेरिका के अरबपति कारोबारी जॉर्ज सोरोस एक बार फिर चर्चा में हैं। बीजेपी ने कांग्रेस पर सोरोस से संबंध रखने का आरोप लगाया है। इस बीच राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने भारतीय जनता पार्टी बनाम कांग्रेस के ताजा झगड़े और झड़प के बाद सोमवार को सदन और विपक्ष के नेता जेपी नड्डा और मल्लिकार्जुन खरगे को अपने कक्ष में बुलाया।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने “झूठ” की आलोचना की और तर्क दिया कि उनकी पार्टी भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखने की समिति है। उन्होंने कहा कि निराधार आरोप देश को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण सामाजिक-आर्थिक मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने की भाजपा की चाल है।
राज्यसभा की गई स्थगित
विपक्षी सांसदों की तरफ से उठाए गए मुद्दों पर चर्चा की मांग को लेकर किए गए हंगामे के कारण राज्यसभा और लोकसभा को दोपहर 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
कुल मिलाकर, उच्च सदन में तीन बार स्थगन हुआ, वहीं दूसरे स्थगन के बाद नड्डा उठे और उन्होंने सोनिया गांधी और फोरम ऑफ डेमोक्रेटिक लीडर्स इन एशिया पैसिफिक फाउंडेशन के बीच संबंधों का आरोप लगाया, जिसकी वह सह-अध्यक्ष हैं। उन्होंने कहा, ‘भारत की छवि खराब करता है और राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में चिंता पैदा करता है। लोग चिंतित हैं। कांग्रेस राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खेल रही है। इसलिए, हम चर्चा चाहते हैं।’
क्या बोले कांग्रेस अध्यक्ष?
कांग्रेस प्रमुख खरगे और जयराम रमेश और प्रमोद तिवारी जैसे पार्टी सहयोगियों ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए सभापति से पूछा कि वह भाजपा सांसदों को इस मुद्दे को उठाने की अनुमति कैसे दे सकते हैं। खरगे ने कहा, ‘सदन के नेता ने नड्डा का जिक्र करते हुए) जो कहा वह झूठ है। इस तरह से इस मुद्दे को उठाना और जो सदस्य मौजूद नहीं है उसकी छवि को नुकसान पहुंचाना गलत है।’
सांसदों ने सोमवार को राज्यसभा में कहा कि कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ सदस्यों के संबंध जॉर्ज सोरोस और उनसे जुड़े हुए संगठनों के साथ हैं। बीजेपी सांसदों का कहना था कि यह हमारी राष्ट्रीय एकता के लिए बहुत चिंता का विषय है। इन सांसदों ने इस मुद्दे पर राज्यसभा में नियम 267 के तहत चर्चा कराने की मांग की। कांग्रेस ने इस प्रकार के आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और इसका विरोध किया। इसके बाद सत्ता पक्ष की ओर से भी सदन में जमकर हंगामा हुआ और सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी।
राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार को जैसे ही शुरू हुई तो सभापति ने बताया कि उन्हें चर्चा के लिए कुल 11 नोटिस मिले हैं। यह सभी नोटिस नियम 267 के अंतर्गत दिए गए थे। किसानों की स्थिति पर चर्चा के लिए रामजीलाल सुमन ने चर्चा का नोटिस दिया था। संतोष कुमार पी ने मणिपुर की कानून व्यवस्था पर चर्चा के लिए नोटिस दिया था। कांग्रेस के इमरान प्रतापगढ़ी ने रतलाम के मध्य प्रदेश में अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों से दुर्व्यवहार पर चर्चा के लिए नोटिस दिया था।
राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी, डॉ लक्ष्मीकांत वाजपेयी, कविता पाटीदार, संजय कुमार झा और जीके वासन ने भारत के खिलाफ काम करने वाले संगठनों की राजनीतिक दलों से कथित सांठगांठ के कारण राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बढ़ती चुनौती पर चर्चा की मांग की। बीजेपी की राज्यसभा सांसद कविता पाटीदार ने सदन में कहा कि हमें कुछ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट से पता चला है कि कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ सदस्यों के संबंध जॉर्ज सोरोस और उनसे जुड़े हुए संगठनों के साथ हैं।
यह हमारी राष्ट्रीय एकता के लिए बहुत चिंता का विषय है। उन्होंने सभापति से कहा कि इसलिए मैं आपसे निवेदन करती हूं कि नियम 267 के तहत सदन में इस पर चर्चा कराई जानी चाहिए।
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