सीवान के सिसवन में सरकारी भूमि से कब्जा हटाने को लेकर क्यों नहीं दिया जा रहा ध्यान?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
सरकारी भूमि के संरक्षण में शिथिलता या लापरवाही बरतने वाले कर्मियों के प्रति अनुशासनिक कार्रवाई किए जाने के प्रावधान के बाद भी सिसवन के चैनपुर बाजार में लोक भूमि को अतिक्रमण मुक्त किए जाने के काम में अंचल प्रशासन रुचि नहीं दिखा रहा है। आलम यह है कि बाजार में दर्जनों एकड़ गैरमजरूआ व अन्य जमीन पर निजी लोगों का कब्जा है।
पिछले वर्ष दिसंबर में अंचल प्रशासन ने 26 दुकानदारों को नोटिस दिया। लेकिन, जमीन को अतिक्रमण मुक्त नहीं कराया जा सका। प्रखंड क्षेत्र के चैनपुर बाजार के आंबेडकर चौक के पश्चिम स्थित पश्चिम भाग में सरकारी पोखर की जमीन से अतिक्रमण हटाने को लेकर सीओ ने 26 दुकानदारों पर कार्रवाई करते हुए नोटिस दिया था। नोटिस मिलते ही दुकानदारों में हड़कंप मच गया। सरकारी पोखर की भूमि पर दुकान बनाकर अतिक्रमण कर लिया गया है।
अतिक्रमणकारियों को साक्ष्य के साथ अपना पक्ष रखने के लिए 29 दिसंबर को अंचल कार्यालय पर बुलाया गया था। सुनवाई के पश्चात सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू करने की बात कही गई। लेकिन फिर यह काम ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। बताते चलें कि कतिपय भू माफियाओं के सांठगांठ से चैनपुर बाजार में कई दुकानदार सरकारी जमीन पर कब्जा जमा अपना व्यवसाय चला रहे हैं। इसको लेकर अंचल प्रशासन गंभीर नहीं है।
आंबेडकर चौक से आगे जाना हुआ मुश्किल
जाम की समस्या अधिक चैनपुर आंबेडकर चौक से बैंक ऑफ इंडिया के सामने तक होती है। अब तो यह जाम की यह समस्या प्रतिदिन की रूटीन बन चुकी है। प्रखंड का सर्वाधिक महत्वपूर्ण बाजार होने के चलते यहां रोजाना करीब 5 हजार लोग आते हैं। यहां पुलिस स्टेशन, डाकघर, उच्च विद्यालय, राष्ट्रीयकृत बैंकों की शाखाएं, दो सीएसपी केंद्र होने के चलते लोगों का आना-जाना लगा रहता है। जहां-तहां गाड़ी खड़ी कर देते हैं लोग स्थानीय ब्रजेश सिंह ,सुनील गुप्ता, बंटी गुप्ता,भानु सोनी ने बताया कि कुछ ऐसे भी ग्राहक हैं जो बाजार करने आए लोग अपने वाहनों को जहां-तहां खड़ा कर देते हैं।
अतिक्रमण के कारण लग रहा जाम
अतिक्रमण के चलते प्रखंड के महत्वपूर्ण बाजार चैनपुर में आए दिन जाम की समस्या से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जाम की समस्या की मुख्य वजह सड़क के किनारे अतिक्रमण कर जगह-जगह दुकान, ठेला आदि लगाना है। इस वजह से मुख्य सड़क की चौड़ाई काफी कम हो गई है। बता दें कि प्रशासन द्वारा बाजार को अतिक्रमण मुक्त करवाया जाता है। बावजूद अतिक्रमणकारियों के द्वारा एक सप्ताह के अंदर पुन: सड़क पर कब्जा जमा लिया जाता है।