जहरीली शराब से दलितों की मौत पर जीतन राम मांझी क्यों है चुप ?
बिहार में जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा 82 पहुंचा
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार के तीन जिलों में जहरीली शराब पीने से जिन 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई, उनमें अधिकतर दलित, आदिवासी, गरीब और पिछड़े समाज के लोग हैं. लेकिन जीतन राम मांझी, भाकपा (माले) और माकपा जैसे दलों ने सत्ता में बने रहने के लिए गहरी चुप्पी साध ली.
‘मांझी शराबबंदी के खिलाफ रोज देते थे बयान’
उन्होंने कहा कि जो मांझी शराबबंदी के विरुद्ध रोज बयान देते थे और कहते थे कि पाव भर शराब पीने में कोई बुराई नहीं, वे जहरीली शराब से मरने वालों के परिवार को सांत्वना देने तक नहीं गये.
पीड़ित के परिजनों को मुआवजा दे सरकार
सुशील मोदी ने आगे कहा कि नीतीश कुमार ने जहरीली शराब से मरने वालों के प्रति संवेदना प्रकट करना तो दूर, उनके परिवारों के प्रति भी कठोरता दिखायी. श्री मोदी कहा कि अगर ‘जो पीयेगा, वह मरेगा , तो क्या ‘जो पलटी मारेगा, वही राज करेगा? मुख्यमंत्री जी, इतने संवेदनहीन मत बनिए. उन्होंने कहा कि जब सड़क दुर्घटना में मरने वालों के आश्रितों को मुआवजा मिलता है, तब जहरीली शराब से मरने वालों के परिवार को इससे वंचित क्यों किया जा रहा है?
बिहार में जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा 82 पहुंचा
बिहार में जहरीली शराब से होने वाली मौतों का आंकड़ा 82 पहुंच चुका है. सबसे ज्यादा सारण जिले में 75 लोगों की मौत हुई है तो वहीं सिवान में पांच और बेगूसराय में दो लोगों की जान गयी है. शनिवार को सात और लोगों की मौत हो गयी. इसके अलावा अब भी 11 लोग सदर अस्पताल में इलाजरत हैं. कई लोगों का इलाज पटना में भी चल रहा है. हालांकि, प्रशासन ने अभी तक सिर्फ 38 मौत की पुष्टि की है.
293 लोग हो चुके हैं गिरफ्तार
मालूम हो कि मंगलवार की रात से ही जिले के इसुआपुर, मशरक व अमनौर प्रखंड में संदिग्ध मौत का सिलसिला शुरू हो गया था. शराब से हुई मौतों के बाद राजधानी पटना से लेकर सारण तक प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है. पुलिस अब भी ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. 293 लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है, इसके बावजूद जहरीली शराब की खेप अब दूसरे प्रखंडों में भी पहुंच चुकी है. जिले के तरैया, मढ़ौरा, परसा और बनियापुर में भी कुछ लोगों की मौत होने और कुछ के बीमार होने की सूचना आ रही है.
नहीं मान रहे तस्कर, मांझी चेक पोस्ट के पास पकड़ी गयी शराब
शराब कांड के बाद जारी पुलिस की कड़ी कार्रवाई का खौफ तस्करों में नहीं दिख रहा है. जिले में रोज शराब की खेप बरामद हो रही है. शनिवार को मांझी चेक पोस्ट के पास शिमला मिर्च के नीचे दबाकर एक पिकअप में लायी जा रही साढ़े चार लाख की शराब उत्पाद विभाग ने जब्त की. मांझी के दियारा इलाकों में भी एक दर्जन से अधिक शराब की भट्ठियां ध्वस्त की गयीं.
सारण में ऑपरेशन क्लीन शुरू, माफिया सहित आठ धंधेबाज गिरफ्तार
सारण जिले में लगातार हो रही मौत और लोगों के बीमार पड़ने के बाद जहरीली शराब बेचने में संलिप्त धंधेबाजों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो रही है. एसपी संतोष कुमार ने बताया कि एसआइटी ने इस मामले में शराब माफिया अनिल सिंह को गिरफ्तार किया है. उसकी निशानदेही पर आठ धंधेबाजों को पकड़ा गया. इन सभी से सघन पूछताछ की जा रही है. पूरे जिले में ऑपरेशन क्लीन ड्राइ शुरू है. महा अभियान चलाकर शनिवार को ही 60 गिरफ्तारियां हुई हैं. वहीं, 1200 लीटर शराब भी जब्त की गयी है.