हरियाणा के नूंह में हिंसा लगातार क्यों जारी है?

हरियाणा के नूंह में हिंसा लगातार क्यों जारी है?

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

हरियाणा के नूंह में हिंसा लगातार जारी है। वहीं, इस बीच केंद्रीय राज्य मंत्री और गुरुग्राम के सांसद राव इंद्रजीत सिंह ने बुधवार को पीएम मोदी से मुलाकात की। हरियाणा में 31 जुलाई को सांप्रदायिक झड़प के बाद अभूतपूर्व तनाव है। ये तनाव गुरुग्राम सहित हरियाणा के अन्य क्षेत्रों में भी फैल गया है।

नूंह और सोहना से गुरुग्राम तक पहुंची 2 दिनों की हिंसा में 6 लोगों – 2 होम गार्ड और 4 नागरिकों की मौत हो गई है। सोमवार को नूंह में हिंदू रैली से शुरू हुई हिंसा में कुल 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

गोरक्षक मोनू मानेसर और उसकी टीम के लोगों की रैली में मौजूद होने का दावा करने वाले वीडियो वायरल होने के बाद मुसलमानों ने रैली पर हमला कर दिया था। जवाबी कार्रवाई में वीएचपी-बजरंग दल ने भी गुरुग्राम की एक मस्जिद पर हमला किया।

यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने नूंह हिंसा पर पीएम मोदी से बात की, मंत्री ने कहा कि उन्होंने कई मुद्दों पर पीएम से बात की, हालांकि वह हरियाणा में एम्स के उद्घाटन के लिए पीएम मोदी को आमंत्रित करने गए थे।

धार्मिक रैली में लाठी और तलवारें कौन लेकर आता है, इस पर अपनी पिछली टिप्पणी पर सांसद ने कहा, “अगर दोनों पक्ष हथियार ले जा रहे थे, तो यह जांच का सवाल है कि उन्हें ये हथियार किसने मुहैया कराए। हरियाणा सरकार इसकी जांच करेगी।”

बजरंग दल की साजिश या गलती: सीएम और डिप्टी सीएम एकमत क्यों नहीं?

जहां हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को हिंसा के पीछे एक साजिश को जिम्मेदार ठहराया, वहीं उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला – जो कि भाजपा की सहयोगी जेजेपी से हैं – ने तनाव के लिए रैली के आयोजकों को जिम्मेदार ठहराया। दुष्यंत ने कहा कि आयोजकों ने रैली के बारे में, इसमें आने वाले लोगों की संख्या के बारे में पूरी जानकारी नहीं दी और इससे तनाव पैदा हुआ।

दुष्यंत ने कहा कि मेवात, जिसे अब नूंह के नाम से जाना जाता है, के लोग हमेशा भारत के साथ मजबूती से खड़े रहे और उन्होंने मुगलों के खिलाफ और आजादी के लिए भी लड़ाई लड़ी।

दिल्ली में विहिप-बजरंग रैली: कोई नफरत फैलाने वाला भाषण नहीं, सुप्रीम कोर्ट का निर्देश

चूंकि VHP और बजरंग दल बुधवार को दिल्ली में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन करने वाले हैं, इसलिए मामला सुप्रीम कोर्ट के सामने आया। शीर्ष अदालत ने रैलियों को रोकने से इनकार कर दिया लेकिन राज्यों को नफरत फैलाने वाले भाषण के खिलाफ कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

वरिष्ठ अधिवक्ता सीयू सिंह द्वारा दायर आवेदन में अदालत को बताया गया कि दिल्ली में सुबह से 23 ऐसी रैलियां हो चुकी हैं और शाम को राजधानी के संवेदनशील इलाकों में कुछ अन्य रैलियां होने की उम्मीद है। सुनवाई में यूनियन का प्रतिनिधित्व अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने किया।

हरियाणा के नूंह (मेवात) में विश्व हिंदू परिषद की ब्रज मंडल यात्रा के दौरान हुई हिंसा में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें 2 होमगार्ड गुरसेवक और नीरज, नूंह के भादस गांव का शक्ति, पानीपत का अभिषेक, गुरुग्राम के इमाम और बादशाहपुर के प्रदीप शर्मा शामिल हैं।

तनावपूर्ण हालात को देखते हुए 5 अगस्त की आधी रात तक नूंह, फरीदाबाद, पलवल और गुरुग्राम में मानेसर, पटोदी व सोहना इलाके में इंटरनेट बंद कर दिया गया है।

नूंह में सोमवार को भड़की हिंसा के दो दिन बाद भी कर्फ्यू जारी है। गुरुग्राम, पलवल जिले में तनाव है। गुरुग्राम पुलिस ने कहा कि छोटे-छोटे ग्रुप हिंसा फैलाने का काम कर रहे हैं।

नूंह की हिंसा के विरोध में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने दिल्ली-NCR के 23 इलाकों में रैलियां करने का ऐलान किया। कई इलाकों में प्रदर्शन हुआ।

रैलियों को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई। अदालत ने सुनवाई करते हुए अधिकारियों को आदेश दिया कि रैलियों के दौरान हेट स्पीच और हिंसा न होने दें। संवेदनशील इलाकों में CCTV कैमरे लगाएं और उनके फुटेज सुरक्षित रखें। जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त पुलिस या पैरामिलिट्री फोर्स तैनात करें।

इधर, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा- जिन लोगों ने नुकसान किया है, उन्हीं से भरपाई कराई जाएगी। हर व्यक्ति की सुरक्षा न पुलिस, न आर्मी और न समाज कर सकता है। सुरक्षा के लिए वातावरण बनाना पड़ता है। इसके लिए पीस कमेटी, एडमिनिस्ट्रेशन के लोग लगे हैं। पुलिस ने फ्लैग मार्च भी किया है। दंगाइयों में भय बनाना पड़ता है।

नूंह में 26 FIR दर्ज, 116 लोग गिरफ्तार
नूंह हिंसा में अब तक 26 FIR दर्ज हुई हैं और 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गुरुग्राम में 15 FIR दर्ज की गई हैं और 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

हरियाणा के DGP पीके अग्रवाल ने कहा कि मोनू मानेसर के वीडियो समेत हिंसा से जुड़े हर तथ्य की जांच होगी। इसके लिए SIT बना दी गई है और हर टीम को 7 से 8 केस जांच के लिए दिए जाएंगे।

पलवल में 9 केस दर्ज
पलवल जिले में पुलिस ने 9 केस दर्ज किए हैं। इनमें 6 नामजद हैं जबकि 250 अज्ञात आरोपी हैं। इन पर एक समुदाय के धार्मिक स्थल में तोड़फोड़ और आगजनी का आरोप है।

गुरुग्राम में 4 गिरफ्तार, भड़काऊ पोस्ट पर एक पकड़ा
गुरुग्राम में मस्जिद पर हमले को लेकर 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक जिम ट्रेनर है। हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। वहीं भड़काऊ पोस्ट के केस में दिनेश भारती को सेक्टर 52 से गिरफ्तार किया गया है। उसने वीडियो जारी किया था।

पुलिस की 30 और सेंट्रल फोर्स की 20 कंपनियां तैनात
हरियाणा में पुलिस की 30 कंपनियां और केंद्रीय सुरक्षा बलों की 20 कंपनियों को तैनात किया गया है। सेंट्रल फोर्स की गुरुग्राम में 2 और नूंह में 14 कंपनियां लगाई गई हैं।

दिल्ली और राजस्थान के भरतपुर में भी अलर्ट जारी किया गया है। भरतपुर की 4 तहसीलों में इंटरनेट बंद किया गया है।

 

Leave a Reply

error: Content is protected !!