क्यों जगा अमेरिका का पाक ‘प्रेम’,PoK को लेकर दिया विवादित बयान
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
अमेरिका (US) एक बार फिर पाकिस्तान(Pakistn) के ‘करीब’ आता नजर आ रहा है। हाल ही में पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत डोनाल्ड ब्लोम ने गुलाम कश्मीर को लेकर विवादित बयान दिया। इससे पहले पाकिस्तान को लड़ाकू विमान एफ-16 के रखरखाव के नाम पर मदद देने की अमेरिकी रणनीति पर सवाल उठना लाजिमी है। जो बाइडन के राष्ट्रपति बनने के बाद पाकिस्तान को लेकर अमेरिका के नजरिए में ये 360 डिग्री का बदलाव किसी बड़ी रणनीति का हिस्सा प्रतीत होता है!
ट्रंप प्रशासन में बेहद बिगड़े अमेरिका-पाकिस्तान के रिश्ते
अगर हम कहें कि डोनाल्ड ट्रंप के शासन काल में पाकिस्तान और अमेरिका के रिश्ते बेहद खराब दौर से गुजरे, तो इसमें कोई दो राय नहीं होगी। डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका को दी जाने वाले लाखों डॉलर की मदद पर रोक लगा दी थी। साथ ही कड़े शब्दों में कहा था कि पाकिस्तान, आतंकवादियों की पनाहगाह बन चुका है। पाकिस्तान जब तक आतंकवाद के खिलाफ ईमानदारी से नहीं लड़ता है, तब तक उसे अमेरिका की ओर से कोई मदद नहीं दी जाएगी। ऐसे में पाकिस्तान का भी चीन के प्रति झुकाव बढ़ गया था। हालांकि, जो बाइडन के सत्ता में आते ही अमेरिका के ख्यालात पाकिस्तान को लेकर बदले-बदले नजर आ रहे हैं।
अमेरिकी राजदूत का PoK दौरा और विवादित बयान…!
पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत डोनाल्ड ब्लोम ने इस सप्ताह गुलाम कश्मीर की यात्रा की थी। उन्होंने इस पूरे क्षेत्र को लेकर विवादित बयान दिया था। पूरा कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है, इसमें कोई दो राय नहीं है। लेकिन अमेरिकी दूत शायद इस बात को भूल गए या फिर किसी रणनीति के तहत उन्होंने ऐसा कहा ये बड़ा सवाल है? हालांकि, इससे पहले अमेरिका की ओर से ऐसा बयान शायद ही कभी सुनने को मिला था।
नया नहीं है डेमोक्रेटिक पार्टी का ‘पाक प्रेम’
राष्ट्रपति जो बाइडन डेमोक्रेटिक पार्टी से आते हैं। इतिहास इस बात का गवाह है कि पाकिस्तान के प्रति डेमोक्रेटिक पार्टी का रुख हमेशा से नर्म रहा है। वहीं, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी से थे। रिपब्लिकन पार्टी के निशाने पर हमेशा पाकिस्तान रहा है। इसलिए जब-जब अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी की सरकार रही, भारत के साथ उसके मधुर संबंध रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच रहे दोस्ताना संबंध इसके गवाह रहे हैं।
भारत ने दिखाया अमेरिका को आईना
अमेरिका कह रहा है कि वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहा है। पाकिस्तान का साथ भी वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए दे रहा है। अमेरिका के इस दोहरे रवैये से भारत ने हाल ही में पर्दा हटाने का काम किया। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि अमेरिका किसे बेवकूफ बना रहा है? यह सभी को नजर आ रहा है कि अमेरिका कैसे पाकिस्तान का समर्थन कर रहा है।
भारत की पिछले कुछ सालों में अंतरराष्ट्रीय मंच पर स्थिति मजबूत हुई हैं। कोरोना महामारी के दौरान जैसे भारत ने अन्य देशों की मदद की, उसे पूरे विश्व ने सराहा। भारत अब अपनी बात अंतरराष्ट्रीय मंच पर पुख्ता तरीके से रखने लगा है, फिर चाहे सामने रूस हो या अमेरिका। ऐसे में लगता है कि अमेरिका ने भी नई रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है।
अपनी माटी से दूर नौकरी या पढ़ाई के लिए अमेरिका जाने वाले भारतीयों की सुरक्षा अब चिंता का सबब बनता जा रहा है। पंजाब मूल का परिवार कैलिफोर्निया में तीन दिन पहले गायब हो गया और अब अचानक चारों सदस्यों का शव बरामद किया गया है। इस घटना से पंजाब तो बेचैन है ही, देशभर में इस घटना से सनसनी फैल गई है।
3 अक्टूबर को किडनैप हुआ था परिवार
3 अक्टूबर को भारतीय मूल के एक परिवार की किडनैपिंग की गई थी। अब परिवार के चारों सदस्यों के शव बरामद किए गए हैं। इस मामले में कैलिफोर्निया पुलिस ने 48 वर्षीय शख्स को हिरासत में लिया था। उसने अपनी जान लेने की कोशिश भी की थी। जानकारी के अनुसार, पीड़ित परिवार का अमेरिका में अपना ट्रांसपोर्ट बिजनेस है। मृतकों में आठ माह की आरोही, जसलीन, जसदीप और अमनदीप शामिल है। घटना के बाद होशियारपुर के गांव हरसीपिंड में शोक का माहौल है.
रूम में मिला भारतीय मूल के छात्र का शव
अमेरिका में भारतीय मूल के छात्र की हत्या का मामला भी आज सामने आया। इंडियाना में कोरियाई युवक के साथ एक कमरे में रहने वाले 20 वर्षीय भारतीय युवक की हत्या कर दी गई। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हत्या के बाद युवक के रूममेट को हिरासत में ले लिया गया है।
अगस्त में नस्लीय टिप्पणी का मामला
अगस्त में भारतीय मूल की महिलाओं के साथ अमेरिका में नस्लीय हमले का शर्मनाक मामला सामने आया था। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही आरोपी अमेरिकी-मेक्सिन महिला को गिरफ्तार कर लिया गया था । आरोपी ने भारतीय मूल की महिलाओं के साथ केवल बदसलूकी ही नहीं बल्कि मारपीट करने के साथ शूट करने तक की धमकी दी थी।
बीते साल की घटना
अमेरिका के इंडियाना प्रांत में फेडएक्स कंपनी के परिसर में गोलीबारी की घटना में सिख समुदाय के चार व्यक्तियों की भी जान गई थी। इसके अलावा तीन अन्य लोग भी मारे गए और पांच लोग घायल हो गए थे। बंदूकधारी हमलावर की पहचान इंडियाना के 19 वर्षीय ब्रेंडन स्काट होल के रूप में की गई है, जिसने इंडियानापोलिस में स्थित फेडएक्स कंपनी के परिसर में गोलीबारी करने के बाद कथित तौर पर खुद को गोली मार ली।
पहले भी होती रही भारतीयों की किडनैपिंग व हत्या
वर्ष 2019 में एक भारतीय मूल के तुषार अत्रे का अपहरण किया गया था। बाद में तुषार का शव उनकी गर्लफ्रेंड की कार में मिला था। 2007 से 2009 के बीच कम से कम आठ छात्रों व पेशेवरों की हत्या कर दी गई थी। इसमें ही एक नाम आर सुधीर कुमार का भी है जो अटलांटा सिटी में रहता था।