क्या केके पाठक की शिक्षा विभाग होगी वापसी या वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाएंगे?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के चर्चित आईएएस अधिकारी और शिक्षा विभाग के पूर्व अपर मुख्य सचिव केके पाठक को हाल ही में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में अपर मुख्य सचिव की जिम्मेदारी दी गई है. छुट्टी पर होने के कारण उन्होंने अभी तक विभाग में योगदान नहीं दिया. लेकिन अधिसूचना जारी होने के बाद विभाग में अपर मुख्य सचिव के चैंबर के गेट पर केके पाठक का नया नेम प्लेट लग गया था. अब यह नेम प्लेट मंगलवार को हटा दिया गया. इधर ग्रामीण कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) दीपक कुमार सिंह को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.
इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी है. सामान्य प्रशासन की ओर से जारी अधिसूचना में कहा है कि श्री पाठक के छूट्टी से आने या अगले आदेश तक राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के कार्य दीपक कुमार सिंह देखेंगे. इसके बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है.
13 जून को राजस्व विभाग में हुआ था तबादला
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव रहते केके पाठक 30 जून तक लंबी छुट्टी पर चले गए थे. इसी बीच 13 जून को उनका तबादला राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में हुआ, उसके बाद कार्यालय के बाहर नेम प्लेट लगा और अब हट गया. चर्चा है कि केके पाठक ने स्वयं जिम्मेदार अधिकारी को फोन कर अपने नाम का नेम प्लेट हटवाया है. ऐसे भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि केके पाठक राजस्व विभाग में नई जिम्मेदारी को ग्रहण करेंगे या नहीं? क्या शिक्षा विभाग में उनकी वापसी होगी या फिर वो केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाएंगे?
हालांकि सूत्रों का यह भी कहना है कि हाल ही में अमीनों की बहाली को लेकर बड़े पैमाने पर असंतोष है. इस बहाली से केके पाठक का कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने फिलहाल विभाग ज्वाइन तक नहीं किया है. ऐसी हालत में किसी भी तरह के विवाद में पड़ने से बचने के लिए नेमप्लेट को हटाया गया है. अब नेम प्लेट क्यों हटाया गया, क्या केके पाठक राजस्व विभाग के अपर मुख्य सचिव का पद संभालेंगे. इन सब सवालों का जवाब तो वो स्वयं केके पाठक दे सकते हैं.
अपने कड़क फैसलों के लिए जाने जाते हैं केके पाठक
बता दें कि आईएएस केशव कुमार पाठक उर्फ केके पाठक काफी कडक और तेज-तर्रार अधिकारियों में से होती है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव रहते उन्होंने कई कड़े फैसले लिए. जिसकी कई लोगों ने तारीफ की तो कई लोगों ने विरोध भी किया.
केके पाठक शिक्षा विभाग में अपने फैसलों को लेकर सुर्खियों में रहे हैं और चौतरफा विरोध भी झेलते रहे हैं. वहीं मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डा. एस. सिद्धार्थ शिक्षा विभाग का काम देखते रहेंगे.उनके पास कैबिनेट विभाग का अतिरिक्त प्रभार बना रहेगा. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह को तबादला करते हुए ग्रामीण कार्य विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया गया है.
वित्त विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी अब गृह विभाग के प्रधान सचिव होंगे. वित्त विभाग के सचिव (संसाधन) लोेकेश कुमार को अगले आदेश तक पूरे वित्त विभाग की जिम्मेवारी दी गयी है. ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल अब ग्रामीण विकास विभाग के सचिव होंगे.पाल बियाडा के एमडी के अतिरिक्त प्रभार में भी रहेंगे.
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