क्या बिहार में शराबबंदी खत्म होगी?

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

बिहार विधानसभा सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष ने तेजस्वी यादव ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि विधानसभा में चुनाव के बाद सत्ता में आने के बाद शराबबंदी कानून को सहज बनाएंगे. उनके इस ऐलान के तुरंत बाद कांग्रेस ने भी शराबबंदी को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया. विधानसभा में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस विधायक प्रतिमा दास ने कहा कि अगर हमारी सरकार आती है तो हम शराबबंदी को खत्म करेंगे और पहले की तरह बिहार में शराब के ठेके फिर से खोले जाएंगे.

गुड़ खाए गुलगुले से परहेज: कांग्रेस विधायक

कांग्रेस विधायक प्रतिमा दास ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सरकार शराबंदी को लेकर ठीक से काम नहीं कर रही है. सरकार का हाल गुड़ खाए गुलगुले से परहेज का है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने पंचायत स्तर पर ठेका खुलवाया था. लेकिन हम ऐसा नहीं करेंगे. कोटे के आधार पर ठेकों का वितरण होगा और शराबबंदी को खत्म किया जाएगा.

क्या कहा था तेजस्वी ने?

बता दें कि शराबबंदी को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने गुरुवार को बड़ा ऐलान किया है. नेता प्रतिपक्ष ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पूरे बिहार में शरारबबंदी को सरकार ठीक ढ़ंग से लागू नहीं कर पाई है. चुनाव के बाद महागठबंधन की सरकार बनी तो वह इस कानून में बड़ा बदलाव करेंगे और ताड़ी को शराबबंदी से अलग करेंगे. उनके इसी ऐलान का स्वागत करते हुए कांग्रेस विधायक ने शराबबंदी कानून को खत्म करने की बात कही है.

ताड़ी पर नहीं है बैन: रत्नेश सदा

वहीं, जब इस मामले पर बिहार के मंत्री रत्नेश सदा से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि प्रदेश में ताड़ी पर बैन नहीं है. नीरा बनाने की पूरी तरह से छूट है. हालांकि इस दौरान उन्होंने शराबबंदी को लेकर किसी भी तरह का बयान नहीं दिया.

शराबबंदी को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बड़ा ऐलान किया है. गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में अपराधियों की बहार है. सरकार अपराध रोकने में पूरी तरह से नाकाम है. नेता प्रतिपक्ष ने दावा किया कि शरारबबंदी को सरकार ठीक ढ़ंग से लागू नहीं कर पाई है. चुनाव के बाद महागठबंधन की सरकार बनी तो वह इस कानून में बड़ा बदलाव करेंगे और ताड़ी को शराबबंदी से अलग करेंगे. प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान तेजस्वी पूरी तरह सरकार पर आक्रामक नजर आएं.

शराबबंदी की वजह हुई 12 लाख लोगों की गिरफ्तारी

तेजस्वी ने शरारबंदी कानून पर सवाल उठाते हुए कहा कि बिहार में जहरीली शराब से अब तक 2000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है. 1 अप्रैल 2016 से 31 अगस्त 2024 तक 12 लाख से ज्यादा लोगों की शराबबंदी के चलते गिरफ्तारी हुई है. मद्य निषेध विभाग ने 5 लाख 43 हजार 326 और 6 लाख के करीब लोगों को बिहार पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

शराबबंदी में सिर्फ दलित और अतिपिछड़ा को किया गया गिरफ्तार

शराबबंदी में सिर्फ दलित और अतिपिछड़ा समाज के लोगों की ही गिरफ्तारी हुई है. हर घंटे 18 हर दिन 426 और हर महीने 12 हजार 800 लोगों की गिरफ्तारी होती है. हमारी सरकार बनने पर पासी समाज की रोजी-रोटी के लिए ताड़ी को शराबबंदी से बाहर करेंगे. पहले की तरह व्यवस्था करेंगे. मुख्यमंत्री की नीरा योजना बिल्कुल तरीके से असफल रही है.’

CM का चेहरे कोई भी हो, मुझे फर्क नहीं पड़ता: तेजस्वी

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों ने तेजस्वी से महागठबंधन के CM फेस पर भी सवाल किया. इस पर उन्होंने कहा,  ‘महागठबंधन में CM का चेहरे कोई भी हो, मुझे फर्क नहीं पड़ता। मैं अपने काम में लगा हूं. जनता तय करेगी आगे क्या होगा.’

 

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