क्या मनीष सिसोदिया गिरफ्तार होंगे?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
दिल्ली में शराब को लेकर जारी बवाल के बीच आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के करीबी मंत्री मनीष सिसोदिया घिर गए है. शुक्रवार को सीबीआई की टीम द्वारा दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के आवास पर रेड की खबर सामने आने के साथ ही बीजेपी अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी पर लगातार हमलावर है. वहीं, बीजेपी के आरोपों पर AAP की ओर से भी पलटवार किया जा रहा है. इन सबके बीच, अब बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या सीबीआई रेड के बाद मनीष सिसोदिया गिरफ्तार होंगे.
मनीष सिसोदिया का दावा- डरी हुई है बीजेपी
दिल्ली के डिप्टी मनीष सिसोदिया ने अपने आवास पर सीबीआई के छापे के एक दिन बाद शनिवार को दावा किया कि बीजेपी की सरकार डरी हुई है, क्योंकि अरविंद केजरीवाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय विकल्प के तौर पर उभर रहे हैं. सिसोदिया ने दावा किया कि वर्ष 2024 का लोकसभा चुनाव सीएम अरविंद केजरीवाल बनाम पीएम नरेंद्र मोदी और AAP बनाम BJP होगा. उन्होंने आरोप लगाया कि छापेमारी की कार्रवाई अरविंद केजरीवाल को रोकने के लिए हथकंडा है.
सिसोदिया ने की अपनी गिरफ्तारी की भविष्यवाणी
संवाददाता सम्मेलन में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि सीबीआई या ईडी (CBI, ED) अगले तीन-चार दिनों में उन्हें गिरफ्तार कर सकते हैं. लेकिन, मैं कहना चाहता हूं कि हम भयभीत नहीं हैं, हम भगत सिंह के अनुयायी हैं. उन्होंने दावा किया कि पहले स्वास्थ्य विभाग संभाल रहे सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया गया और मुझे भी कुछ दिनों में गिरफ्तार किया जा सकता है. सिसोदिया ने कहा कि बीजेपी की चिंता भ्रष्टाचार नहीं है,
बल्कि वह दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को निशाना बना रही है, जिनके द्वारा शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए गए काम की पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है और इसीलिए सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी हुई. उन्होंने कहा कि देश की जनता पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा विवक्षी सरकारों को पदच्युत करने के लिए सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल करने से उब चुकी है और वर्ष 2024 में केजरीवाल को मौका देना चाहती है.
शराब मुद्दा, तो सीबीआई की रेड दिल्ली नहीं गुजरात में होनी चाहिए: संजय सिंह
वहीं, आम आदमी पार्टी के नेता संजय ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि मुद्दा शराब नीति नहीं है. अगर वो मुद्दा होता तो सबसे पहले छापा तो गुजरात में पड़ना चाहिए, जहां जहरीली शराब से 100 से ज्यादा लोग मर गए. उन्होंने कहा कि दरअसल, मुद्दा अरविंद केजरीवाल की बढ़ती लोकप्रियता है.
मुद्दा है दिल्ली और पंजाब को जीतने के बाद दिल्ली मॉडल को लेकर अरविंद केजरीवाल गुजरात कैसे पहुंच गए. बताया जा रहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दो दिवसीय गुजरात दौरे पर जाएंगे. आम आदमी पार्टी के दोनों प्रमुख नेता 22 अगस्त को अहमदाबाद पहुंचेंगे और दोपहर 3 बजे हिम्मतनगर में टाउन हॉल मीटिंग को संबोधित करेंगे. वे 23 अगस्त को दोपहर 3 बजे भावनगर में एक टाउनहॉल बैठक में भी शामिल होंगे.
सिसोदिया के आरोपों पर बीजेपी का पलटवार
इधर, मनीष सिसोदिया के आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी ने आरोप लगाया कि शराब घोटाले के केजरीवाल सरगना हैं. बीजेपी ने यह आरोप इस पूरे मामले में सिसोदिया का नाम बतौर आरोपी शामिल किए जाने के बाद लगाया. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आरोप लगाया कि ‘आप’ घोटाले से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि मामले में सीबीआई की कार्रवाई पर राजनीति कर आप ध्यान भटका रही है, जबकि उसका असली चेहरा सभी के सामने आ गया है.
आबकारी नीति में घोटाले पर बोले सिसोदिया…
आबकारी नीति में घोटाले के बारे में पूछे जाने पर मनीष सिसोदिया ने इसे बकवास करार दिया. सीबीआई की कथित प्राथमिकी दिखाते हुए सिसोदिया ने दावा किया कि एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से उल्लेख किया है कि केवल एक करोड़ रुपये का घोटाला हुआ.
उन्होंने सवाल किया कि 8 हजार करोड़ रुपये का घोटाला कहा हैं जिसका दावा भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने किया था और एक अन्य नेता ने 1100 करोड़ रुपये के घोटाले की बात की थी. सिसोदिया ने गैर अनुकूल क्षेत्रों में शराब की दुकानें खोलने पर रुख बदलने के लिए पूर्व उप राज्यपाल अनिल बैजल को जिम्मेदार ठहराया.
उन्होंने कहा कि 17 नवंबर 2021 को नयी नीति लागू करने से महज दो दिन पहले उन्होंने अपना रुख बदला. सिसोदिया ने आरोप लगाते हुए कहा, पूर्व राज्यपाल ने रुख में बदलाव कर गैर अनुरूप क्षेत्रों में शराब की दुकान खोलने की प्रक्रिया बाधित की, जबकि नीति से सालाना 10 हजार करोड़ रुपये तक का राजस्व प्राप्त हो सकता था.
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के एक सहयोगी द्वारा संचालित कंपनी को एक शराब व्यवसायी ने कथित तौर पर एक करोड़ रुपये का भुगतान किया है. सीबीआई (CBI) ने आबकारी नीति 2021-22 को तैयार करने और इसके क्रियान्वयन में कथित भ्रष्टाचार पर अपनी प्राथमिकी में यह दावा किया है.
सिसोदिया के पास आबकारी विभाग की भी जिम्मेदारी
बताते चलें कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने शुक्रवार को मध्य दिल्ली में मनीष सिसोदिया के आधिकारिक आवास और सात राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में 30 अन्य स्थानों पर छापेमारी की है. सीबीआई ने आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के प्रावधानों से संबंधित आईपीसी की धाराओं के तहत 17 अगस्त को दर्ज अपनी प्राथमिकी में 15 लोगों का नाम लिया है. मनीष सिसोदिया के अलावा सीबीआई ने आरोपियों के रूप में तत्कालीन आबकारी आयुक्त आरव गोपी कृष्ण, तत्कालीन उप आबकारी आयुक्त आनंद कुमार तिवारी, सहायक आबकारी आयुक्त पंकज भटनागर, नौ व्यवसायी को नामजद किया है. मनीष सिसोदिया के पास आबकारी विभाग की भी जिम्मेदारी है.
सीबीआई ने इस आधार पर दर्ज की प्राथमिकी
केंद्रीय गृह मंत्रालय के माध्यम से उपराज्यपाल वीके सक्सेना के कार्यालय को भेजे गए एक संदर्भ पर प्राथमिकी दर्ज की गई. सीबीआई ने आरोप लगाया है कि मनीष सिसोदिया और अन्य आरोपी लोक सेवकों ने निविदा के बाद लाइसेंसधारियों को अनुचित लाभ देने के इरादे से सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी के बिना उत्पाद नीति 2021-22 से संबंधित सिफारिश की और निर्णय लिया.
सिसोदिया के करीबी सहयोगी के नाम का खुलासा
सीबीआई ने कहा कि मनोरंजन और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी ओनली मच लाउडर के पूर्व सीईओ विजय नायर, पर्नोड रिकार्ड के पूर्व कर्मचारी मनोज राय, ब्रिंडको स्पिरिट्स के मालिक अमनदीप ढल तथा इंडोस्पिरिट्स के मालिक समीर महेंद्रू सक्रिय रूप से पिछले साल नवंबर में लाई गई आबकारी नीति का निर्धारण और क्रियान्वयन में अनियमितताओं में शामिल थे. जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि गुरुग्राम में बडी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अमित अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा और अर्जुन पांडे, सिसोदिया के करीबी सहयोगी हैं और आरोपी लोक सेवकों के लिए शराब लाइसेंसधारियों से एकत्र किए गए अनुचित आर्थिक लाभ के प्रबंधन और स्थानांतरण करने में सक्रिय रूप से शामिल थे.
समीर महेंद्रू से मिले एक करोड़ रुपये
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि दिनेश अरोड़ा द्वारा प्रबंधित राधा इंडस्ट्रीज को इंडोस्पिरिट्स के समीर महेंद्रू से एक करोड़ रुपये मिले. सीबीआई ने दावा किया कि सूत्र ने आगे खुलासा किया कि अरुण रामचंद्र पिल्लई, विजय नायर के माध्यम से समीर महेंद्रू से आरोपी लोक सेवकों को आगे स्थानांतरित करने के लिए अनुचित धन एकत्र करता था. अर्जुन पांडे नाम के एक व्यक्ति ने विजय नायर की ओर से समीर महेंद्रू से लगभग 2-4 करोड़ रुपये की बड़ी नकद राशि एकत्र की.
नियमित रूप से रिश्वत देने का दावा
एजेंसी का आरोप है कि सनी मारवाह की महादेव लिकर को योजना के तहत एल-1 लाइसेंस दिया गया था. यह भी आरोप लगाया कि दिवंगत शराब कारोबारी पोंटी चड्ढा की कंपनियों के बोर्ड में शामिल मारवाह आरोपी लोक सेवकों के निकट संपर्क में था और उन्हें नियमित रूप से रिश्वत देता था.
सीबीआई के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि यह आरोप लगाया गया था कि आबकारी नीति में संशोधन, लाइसेंसधारियों को अनुचित लाभ देने, लाइसेंस शुल्क में छूट व कमी, बिना मंजूरी के एल-1 लाइसेंस के विस्तार में अनियमितताएं की गईं. उन्होंने कहा कि यह भी आरोप लगाया गया था कि इन कृत्यों से अवैध लाभ को निजी पक्षों द्वारा संबंधित लोक सेवकों को उनके खातों की पुस्तकों में गलत प्रविष्टियां देकर बदल दिया गया था.