क्या फिर होगी नीतीश की महागठबंधन में वापसी?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार में महागठबंधन की सरकार टूटने के साथ ही लालू प्रसाद और उनके परिवार की परेशानी बढ़ने शुरू हो गई है। नई सरकार के गठन के महज 24 घंटे के बाद ही राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद जमीन के बदले नौकरी मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर पहुंचे। उनके साथ उनकी पुत्री राज्यसभा सदस्य मीसा भारती भी थी।
उन्होंने कहा कि ईडी के अधिकारियों को बताया बताया गया है कि लालू प्रसाद को दवाओं की जरूरत होती है, यह दवा उनके साथ है। दवा कब दी जानी है? इसके बारे में ईडी अधिकारियों को जानकारी दे दी है।
आगे भी नीतीश कुमार का करेंगे सम्मान
एक सवाल पर उन्होंने कहा कि वह पिता के साथ आई हैं और पिता के साथ ही वापस जाएंगी। बिहार में बदले राजनीतिक हालात और नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी को लेकर भी उन्होंने कई बातें रखीं। मीसा ने कहा नीतीश कुमार जी हमसे बड़े हैं, हम कल भी उनका सम्मान करते थे और आगे भी सम्मान करते रहेंगे।
नीतीश कुमार ने महागठबंधन क्यों तोड़ा? एनडीए में क्यों गए? वापसी करेंगे या नहीं करेंगे इस बारे में नीतीश कुमार ही बेहतर बता सकते हैं।
17 महीने में बेहतर काम हुए
लालू की बेटी ने कहा कि महागठबंधन में आने का निर्णय और वापस तोड़ने का निर्णय उनका ही था, हमारी ओर से कोई भी पहल नहीं की गई। इस सरकार ने बेहतर काम किए हैं, 17 महीने में जो काम किए गए वह एक उदाहरण है।
इससे पहले ईडी ऑफिस में लालू से पूछताछ शुरू हो, इसके पूर्व ही यहां राजद नेताओं-कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ा। यहां नेताओं ने लालू के समर्थन और ईडी के विरोध में जमकर नारेबाजी हुई। फिलहाल लालू से पिछले ढाई घंटे से लालू पूछताछ जारी है और बाहर राजद के वरिष्ठ नेता धरना देकर बैठे हुए हैं।
बिहार में नई सरकार बन गई है। नीतीश कुमार की नई कैबिनेट में फिलहाल 6 नेताओं को मंत्री और 2 को डिप्टी सीएम बनाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लगे हाथ नीतीश कुमार को बधाई दे दी है। वहीं, बिहार की सियासत में उलटफेर के बाद अब जुबानी जंग भी शुरू हो गई है। लालू परिवार पूरी तरह से हमलावर हो गया है। इसी क्रम में तेजस्वी यादव ने एक ऐसा बयान दे दिया है, जिससे सियासत एक बार फिर से तेज हो गई है।
नीतीश कुमार से हमलोगों का काम पच नहीं रहा था: तेजस्वी यादव
Bihar News: तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने बता दिया कि आखिर मुख्यमंत्री ने उनका साथ क्यों छोड़ा। उन्होंने बता दिया कि मुख्यमंत्री आखिर किस बात से डर रहे थे। तेजस्वी ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को डर लगने लगा था कि एक नौजवान ने कैसे 17 महीने में उतना काम कर दिया, जितना उन्होंने 17 साल में नहीं किया।
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार (Nitis ने जो हमें मंत्रालय दिया था, चाहे वह शिक्षा हो, खेल हो हमलोग दमदार काम कर रहे थे। लोगों के बीच चर्चा होने लगी। इसी बात को नीतीश कुमार पचा नहीं पा रहे थे कि वे मुख्यमंत्री होकर 17 साल में भाजपा के साथ रहकर डबल इंजन में नहीं कर पाए और ये नौजवान 17 महीने में इतना काम कैसे कर रहा है।
हां नीतीश कुमार सच बोल रहे, क्रेडिट क्यों न लें?: तेजस्वी यादव
वहीं नीतीश कुमार के क्रेडिट लेने वाले आरोप पर तेजस्वी ने करारा जवाब दिया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि हां, मुख्यमंत्री जी सच बोल रहे हैं। क्यों न लें भाई क्रेडिट। हमारे 79 विधायक हैं। हमें जो मंत्रालय मिला था, उसी में सबसे अधिक काम हुआ। आप देखिए शिक्षा विभाग में कितने लाख लोगों को हमने नौकरी दी। स्वास्थ्य विभाग में नौकरी देने का काम किया। खेल मंत्रालय बनावाया। मेडल लाओ नौकरी पाओ वाली बात किसने लाई।
नीतीश कुमार को हमलोगों ने विजन दिया
तेजस्वी यादव ने कहा कि हमलोग रात-रात में छापा मारने का काम कर रहे थे। इन लोगों ने तो पिछले दो कैबिनेट से लोगों का काम रोक रखा था। हमलोग नीतीश कुमार से काम करवा रहे थे। तेजस्वी ने कहा कि हमलोगों ने विजन दिया। नीतीश कुमार तो थक गए थे।
तेजस्वी ने कहा कि आज भले ये लोग वोट ले लें। लेकिन खेला अभी बाकी है और हमलोग जो विजन को लेकर आए थे, उसे लेकर आगे बढ़ेंगे। तेजस्वी ने कहा कि 2024 में जवाब जनता दे देगी। इनकी पार्टी खत्म हो जाएगी।
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