क्या आप चंद्र ग्रहण में खेल पाएंगे होली?

क्या आप चंद्र ग्रहण में खेल पाएंगे होली?

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

 होली के दिन चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. चंद्र ग्रहण के दिन ज्यादा से ज्यादा पूजा-पाठ और पुण्य कर्म करते रहना चाहिए, इस दिन नकारात्मक शक्तियां सक्रिय रहती हैं. वहीं, इस दिन गर्भवती महिलाओं के लिए भी कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं, जिनका पालन करना बेहद जरूरी है. क्योंकि चंद्र ग्रहण का धार्मिक महत्व बहुत ज्यादा माना गया है. ऐसे में जब भी चंद्र ग्रहण पड़ता है तो सबको यह लगता है कि इसका कोई ना कोई बुरा प्रभाव हम सभी पर पड़ने वाला है.

सूतक काल मान्य होगा या नहीं

पंचांग के अनुसार, इस साल का पहला चंद्र ग्रहण 25 मार्च 2024 फाल्गुन पूर्णिमा के दिन पड़ रहा है. चंद्र ग्रहण की अवधि 25 मार्च सुबह 10 बजकर 24 मिनट से लेकर दोपहर 3 बजकर 01 मिनट तक रहेगी. ऐसे में लोगों को कुल 4 घंटे 36 मिनट तक सतर्क रहना है. वहीं, इस दिन होली का पर्व भी मनाया जाएगा. यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. जिसके कारण भारत में इस चंद्र ग्रहण का कोई प्रभाव भी नहीं माना जाएगा और ना ही इसका कोई सूतक काल मान्य होगा.

कितनी देर तक लगेगा चंद्र ग्रहण

यह चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई नहीं देगा, लेकिन भारतीय समय के अनुसार चंद्र ग्रहण लगने का सही समय है 25 मार्च को सुबह 10 बजकर 24 मिनट पर शुरू होगा और दोपहर 3 बजकर 01 मिनट पर समाप्त होगा. चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 36 मिनट तक है. होली पर चंद्र ग्रहण का ये संयोग करीब 100 साल बाद बना है. यह चंद्र ग्रहण कन्या राशि और उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में लगेगा.

कहां-कहां दिखेगा चंद्र ग्रहण

यह चंद्र ग्रहण बेल्जियम, फ्रांस, इटली, जर्मनी, नॉर्वे का दक्षिण भाग, हॉलैंड, स्विट्जरलैंड, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और जापान में दिखाई दे सकता है. यह चंद्र ग्रहण सोमवार के दिन लगेगा. यह चंद्र ग्रहण कन्या राशि में उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में मुख्य प्रभाव दिखाएगा.

क्या होली पर पड़ेगा चंद्र ग्रहण का असर

चंद्र ग्रहण के स्पर्श काल से शुरू होने से लेकर चंद्र ग्रहण के मोक्ष काल तक को सूतक काल कहा जाता है, इस दौरान शुभ कामों को करने की मनाही होती है. चंद्र ग्रहण के दौरान भोजन खाने और बनाने की मनाही होती है. ग्रहण काल के समय किसी भी देवी-देवता की मूर्ति को स्पर्श नहीं करना चाहिए. हालांकि ज्योतिषाचार्यों की मत है कि होली पर लगने वाला चंद्र ग्रहण का प्रभाव त्योहार पर नहीं पड़ेगा. आप बिना किसी दूविधा के होली का त्योहार मना सकते है.

ग्रहण के दौरान क्या करें

  1. ग्रहण शुरू होने से पहले स्नान आदि कर लेना शुभ माना जाता है.
  2. ग्रहण काल में अपने इष्ट देव या देवी की पूजा अर्चना करना शुभ होता है.
  3. चंद्र ग्रहण में दान करना बेहद शुभ माना जाता है.
  4. ग्रहण समाप्त होने के बाद घर में गंगा जल का छिड़काव करना चाहिए.
  5. ग्रहण खत्म होने के बाद एक बार फिर स्नान करना चाहिए.
  6. ग्रहण काल के दौरान खाने-पीने की चीजों में तुलसी का पत्ता डालना चाहिए.

ग्रहण के दौरान इन बातों का रखें ध्यान

  • धार्मिक मान्यता है कि ग्रहणकाल में प्रकृति में कई तरह की अशुद्ध और हानिकारक किरणों का प्रभाव रहता है.
  • ग्रहण के दौरान कोई भी नया काम या मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए.
  • ग्रहणकाल में कैंची, सूई, चाकू या धारदार चीजों का इस्तेमाल न करें.
  • ग्रहणकाल में स्नान नहीं करना चाहिए. ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान करें.
  • ग्रहण को खुली आंखों से नहीं देखें.
  • ग्रहणकाल के दौरान गुरु प्रदत्त मंत्र का जाप करते रहना चाहिए.
  • सनातन धर्म में होली का विशेष महत्व है. होली का त्योहार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है, इस बार होलिका दहन 24 मार्च को है तो रंगों की होली 25 मार्च को खेली जाएगी, इसी दिन चंद्र ग्रहण भी लग रहा है. भारत में चंद्र ग्रहण का धार्मिक और ज्योतिष महत्व होता है और ग्रहण के समय सूतक के कारण पूजा पाठ वर्जित माने जाते हैं. हालांकि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक काल मान्य नहीं होगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 25 मार्च को सुबह 10 बजकर 23 मिनट से लेकर दोपहर 3 बजकर 2 मिनट तक चंद्रग्रहण रहेगा, इस दिन चंद्र ग्रहण 4 घंटे 36 मिनट तक लगा रहेगा. ज्योतिषीय गणना के अनुसार, 100 साल बाद ऐसा योग बन रहा है, जब होली और चंद्रग्रहण एक ही दिन हो रहे हैं.
  • होलिका दहन के दिन बन रहा शुभ योग

    पंचांग के अनुसार 24 मार्च को होलिका दहन और 25 मार्च को होली का पर्व मनाया जाएगा. 25 मार्च को चंद्र ग्रहण भी लग रहा है, जो भारत में दृश्य मान नहीं है. इसके साथ ही इस बार की होली पर कई अद्भुत संयोग का निर्माण भी हो रहा है. होलिका दहन के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, गढ़ योग, बुध आदित्य योग का सयोग बना रहा है. इसके अलावा होली के दिन वृद्धि योग, बुध आदित्य योग, वाशी योग , सुनफा योग , बन रहा है, जिसका असर सभी 12 राशियों के जातक पर देखने को मिलेगा. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार कई वर्षों बाद एक साथ होली पर चंद्र ग्रहण और अद्भुत संयोग होने से तीन राशि के जातक पर इसका सकारात्मक प्रभाव दिखेगा. जिसमें मेष राशि, मिथुन राशि और मीन राशि के जातक शामिल है.

    होली के त्योहार पर चंद्र ग्रहण का नहीं पड़ेगा असर

    होली के पावन पर्व का संबंध रंग-उमंग और खुशियों से है, जिन रंगों के बगैर होली अधूरी मानी जाती है. होली के दिन चंद्र ग्रहण लग रहा है, जिसके कारण लोगों में दुविधा की स्थिति बनी हुई है. ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि चंद्र ग्रहण का प्रभाव होली या होलिका दहन पर नहीं पड़ेगा, क्योंकि ज्योतिष के अनुसार यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहां चंद्र ग्रहण का सूतक मान्य नहीं होगा और होली के त्योहार पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा. यह चंद्र ग्रहण नार्वे, स्विट्जरलैंड, आयरलैंड, इंग्लैंड, स्पेन, पुर्तगाल, जापान, रूस, ऑस्ट्रेलिया, हॉलैंड, बेल्जियम, इटली, जर्मनी, फ्रांस, अमेरिका, अफ्रीका, प्रशांत, अटलांटिक, आर्कटिक और अंटार्कटिका में दिखाई देगा.

  • गर्भवती महिलाएं इन बातों का रखे ख्याल

    ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है. ऐसे में इस दौरान न तो भोजन पकाना चाहिए और न ही खाना चाहिए. चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. धार्मिक मान्यता है कि इससे गर्भ में पर रहे शिशु पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, इसलिए गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान बाहर नहीं जाना चाहिए और घर में ग्रहण के दौरान कुछ नहीं खाना पीना चाहिए. घर में चंद्रमा की रौशनी से भी बचना चाहिए. ग्रहण के बाद स्नान कर घर में गंगा जल छिड़कना चाहिए और ग्रहण काल में पूजा अर्चना करनी चाहिए.

  • यह भी पढ़े…………….
  • रंगभरी दास्तान की आहट है होलाष्टक
  • क्या बेंगलुरु पेयजल के संकट का सामना कर रहा है?

 

Leave a Reply

error: Content is protected !!