वाराणसी जंक्शन पर फाइव स्टार सुविधा के साथ पर्यटक हो सकेंगे काशी की संस्कृति से होंगे रूबरू
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
वाराणसी / शहर बनारस में विकास की गाड़ी बहुत तेज़ी से दौड़ रही है। इसी क्रम में वाराणसी जंक्शन रेलवे स्टेशन पर भी लगातार विकास के कार्य हो रहे हैं। इसी क्रम में IRCTC उत्तर रेलवे के इस महत्वपूर्ण स्टेशन पर स्पेशल एग्जीक्यूटिव लाउन्ज बना रहा है, जिसका निर्माण कार्य लगभग समाप्त होने को है। इस एग्जीक्यूटिव लाउन्ज में घुसते साथ ही काशी की सभ्यता और संस्कृति से यात्री रूबरू होंगे।
IRCTC के इस स्पेशल एग्जीक्यूटिव लाउन्ज की इम्प्लाई शादाब खानम ने बताया कि यह लाउन्ज होटल प्रदीप की तरफ से संचालित किया जा रहा है। यह वाराणसी जंक्शन के प्लेटफार्म नबर एक पर एक वोटिंग लाउंज की तरह है। यहां पर कोई भी पैसेंजर आकर स्टे कर सकते हैं। यहां पर विश्वस्तरीय सुविधाएं मुहैया कराने की कोशिश की गयी है।
एक यात्री को देने होंगे 85 रुपये
उन्होंने बताया कि इस लाउंज में रुकने के लिए स्मार्ट कार्ड सिस्टम है। प्रति यात्री एक घंटा इस लाउंज में रुकने के लिए 85 रुपये और टैक्स पे करना होगा। इस पैसे में गेस्ट को IRCTC एग्जीक्यूटिव लाउन्ज की तरफ से कुछ कॉम्प्लिमेंट्री सर्विस भी प्रोवाइड करेंगे। यहां स्टे करने वाले यात्री को हम चाय या कॉफी जो वो पसंद करे हम उसे प्रोवाइड कराएँगे।
मिलेगा फ्री वाईफाई सुविधा
ऐसे तो वाराणसी रेलवे स्टेशन पर फ्री वाईफाई की सुविधा काफी सालों से है लेकिन IRCTC एग्जीक्यूटिव लाउन्ज में यात्रियों को हाईस्पीड वाईफाई की सुविधा मुफ्त मिलेगी। शादाब खानम ने बताया कि यात्री को एक घंटे के स्टे में फ्री वाईफाई सुविधा भी हम प्रोवाइड कराएँगे। इसके अलावा यूरिनल पॉइंट और पीसफुल माहौल भी देंगे।
हर घंटे पर मिलेगा 10 मिनट का बफर टाइम
शादाब ने बताया कि यहां स्टे कर रहे यात्रियों का जब एक घंटा खत्म हो जाएगा तो उन्हें 10 मिनट का बफर टाइम दिया। इस 10 मिनट में यात्रियों से कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा। इसी दस मिनट में यात्री को यह सोचने का समय दिया जाएगा कि उसे अपना स्टे बढ़ाना है या समाप्त करना है। यदि यात्री अपना स्टे जारी रखता है तो उसे पर पर्सन 15 रुपये की रियायत के साथ 70 रुपये चार्ज किये जाएंगे अगले घंटे के लिए।
मिलेंगे फाइव स्टार होटल सरीखे व्यंजन
IRCTC के इस एग्जीक्यूटिव लाउन्ज में स्टे करने वाले यात्रियों को 5 स्टार होटल सरीखा भोजन खाने को मिलेगा। शादाब खानम ने बताया कि यहां स्टे करने वाला यात्री हमारे फ़ूड प्लाज़ा से कुछ भी लेकर खा सकता है। उसका बिल उसके स्मार्ट कार्ड में ऐड हो जाएगा, जब वो लाउंज से एग्ज़िट करेगा तो उसे काउंटर पर बिल पे करना होगा। यह खाना बहुत ही कम दामों में उपलब्ध होगा।
काशी के हस्तशिल्पियों को मिलेगी पहचान
IRCTC के इस एग्जीक्यूटिव लाउन्ज में काशी के हस्तशिल्पियों को भी अलग पहचान देने की पहल की गयी है। एग्जीक्यूटिव लाउन्ज की इम्प्लाई शादाब खानम ने बताया कि इस एग्जीक्यूटिव लाउन्ज में सुविनियर सेक्शन है जिसमे 10 रुपये से लेकर 6 हज़ार रुपये तक के हस्तशिल्पियों की कलाकारी के नायब नमूने उपलब्ध होंगे।
मिलेगी शावर एन्ड चेंज की फैसिलिटी
शादाब खानम ने बताया कि यहां यात्रियों को शावर एन्ड चेंज की भी फैसिलिटी दी जाएगी, जिसमे यात्री को एक फ्रेश तौलिया और शावर किट उपलब्ध कराया जाएगा। शावर किट में साबुन, शैम्पू और लोशन अवेलेबल होता है।
बिज़नेस सेंटर में हो सकेगा ज़रूरी डाक्यूमेंट का प्रिंट आउट
IRCTC के एग्जीक्यूटिव लाउन्ज में एक बिज़नेस सेंटर भी बनाया गया है। यदि किसी यात्री को अर्जेन्ट लैपटॉप यूज़ करना है, या कोई प्रिंट आउट चाहिए तो वो इस सेंटर पर पहुंचकर प्रिंट आउट ले सकता है। इसके लिए उसे अलग से चार्ज देना होगा।
काशी के कल्चर पर बेस्ड है लाउंज का इंटीरियर
शादाब खानम ने बताया कि IRCTC के इस लाउंज का इंटीरियर काशी की संस्कृति पर बेस है। इसकी सीलिंग बनारसी सिल्क साड़ी पर बेस्ड है। इसके अलावा जो दीवारे हैं वो बनारस के रंग से प्रभावित हैं। विश्वनाथ कॉरिडोर और पक्का महल इलाके से उसका कलर इंस्पायर है।
बनाये गए हैं वाल ऑफ़ फेम
इस लाउंज में एक वाल ऐसी है जिसे वाल ऑफ़ ट्रिब्यूट या वाल ऑफ़ फेम कह सकते हैं। शादाब ने बताया कि इस वाल पर काशी की महान विभूतियों के नाम लिखे गए हैं और सबसे ऊपर काशी लिखा गया है।
हो रहा फाइनल टच का काम
इस लॉउन्ज के बारे में बात करते हुए एडीआरएम रवि प्रकाश चतुर्वेदी ने बताया कि वाराणसी जंक्शन उत्तर रेलवे का बहुत महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन है और पर्यटन की दृष्टि से भी इसका बहुत महत्व है। यहाँ पर इंडियन रेलवे कैटरिंग एन्ड टूरिज़्म कार्पोरेशन (IRCTC) द्वारा एक एग्ज़ीक्यूटिव लाउन्ज यहाँ पर तैयार हो रहा है। इसमें आधुनिक किस्म की सुविधाएं हैं। उसका निर्माण कार्य करीब-करीब खत्म हो चुका है। इसमें फाइनल टच का काम किया जा रहा है।
जंक्शन को काशी की संस्कृति से जोड़ने के हो रहे प्रयास
इसमें बैठने, पेयजल, शौचालय, न्यूज़ पेपर, मैगज़ीन आदि की सुविधा का यात्री प्रति घंटे के हिसाब से तय की गयी धनराशि देकर लुत्फ़ उठा सकेगा। एडीआरएम रवि प्रकाश चतुर्वेदी ने बनारस की संस्कृति और सभ्यता से वाराणसी जंक्शन को जोड़े जाने के प्रश्न पर कहा कि पिछले वर्षों में आपने देखा होगा कि वाराणसी जंक्शन पर वाराणसी की संस्कृति को उजागर करने के लिए जो भी हमारे देशी और विदेशी पर्यटक यहां पर आते हैं। उनको प्रत्येक दीवारों पर बहुआयामी चित्र वाराणसी की संस्कृति और सभय्ता से जुड़े देखने को मिलते हैं।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा वाराणसी जंक्शन की जो कॉलोनीज हैं उनकी दीवारों पर और जो भी महत्वपूर्ण जगह है वहां वाल रैपिंग के माध्यम से काशी के जो बेहतरीन चित्र हैं उनका प्रदर्शन किया गया है।