श्री लक्ष्मी नारायण एवं आप सभी जनता के आशीर्वाद से हमारे यहां ‘जलमहल’ पूरा हुआ : कुमार बिहारी पांडेय
इस महामारी का एकमात्र दवा ऑक्सीजन है और इसके जनक सिर्फ और सिर्फ वृक्ष देवता है
श्रीनारद मीडिया, अमित कुमार पांडेय, दरौली, सीवान (बिहार):
सीवान जिले के दरौली प्रखंड के जे आर कान्वेंट स्कूल दोन के अध्यक्ष व उद्योगपति कुमार बिहारी पांडेय ने गत दिनों कर्णपुरा स्थित जल महल में श्रीशतचंडी महायज्ञ के सफल संपन्न होने पर कहा कि श्री लक्ष्मी नारायण एवं आप सभी जनता के आशीर्वाद से हमारे यहां ‘जलमहल’ करण पूरा हुआ। ,दरौली सीवान बिहार में श्री श्री बघौत ब्रह्म महाराज के ब्रम्हस्थान पर शतचंडी महायज्ञ 22 अप्रैल को मंत्रआहुति एवं पूर्णाहुति के साथ विधिवत सुसंपन्न हुआ।
मैने इस शतचंडी महायज्ञ में कोरोना महामारी के शमन के लिए माँ से कुछ विशेष प्रार्थना करते हुए वृक्षारोपण भी करवाया है।
क्योंकि इस महामारी के शमन के लिए वृक्ष देवता ही एकमात्र विकल्प हैं। अगर आप अपने परिवार से सचमुच प्यार करते है और उनकी जिंदगी बचाना चाहते हैं तो अपने बारी बगीचों को काटने की जगह अधिक से अधिक लगाने और धरती को हरा भरा बनाने की कोशिश करें। इस महामारी का एकमात्र दवा ऑक्सीजन है और इसके जनक सिर्फ और सिर्फ वृक्ष देवता है।
उन्होंने कहा कि पिछले पांच हजार वर्षों में जो विश्व का विकास नहीं हुआ वह पिछले पांच सौ वर्षों में हुआ। पिछले पांच सौ वर्षों में जो विकास नहीं हुआ वह पिछले पचास वर्षों में हआ है। पिछले पचास वर्षों मे जो विकास नहीं हुआ वह पिछले पांच वर्षों में विश्व का विकास हुआ है। शहरों में अंधाधुध पेड़ की कटाई कर बड़े बड़े महल तो बना लिए लेकिन इन महलों में रहने वाले लोगों को जीवन ऑक्सीजन को कम कर दिए, जिसका दुष्परिणाम आज सामने है।
श्री पांडेय ने कहा कि प्राकृतिक अपना सामंजस्य खुद बना लेती है। प्रकृति पृथ्वी पर पेड़ पौधे इसी लिए बनायी है कि जो मनुष्य श्वास छोड़ेगा वह पौौधे लेंगे और जो पौधे छोड़ेगे उसको मनुष्य लेकर अपनी जीवन बनाये रखेंगे। लेकिन आज विज्ञान पर अभिमान करने वाला मनुष्य प़कृति को दरकिनार कर दिया,जिसका खामियाजा पूरे विश्व को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने लोगों से अपील किया अपने पूरे जीवन में कम से कम प्रत्येक माह एक पौधा तो जरूर लगाये ताकि अपना और आपके बच्चों का भविष्य सुरक्षित रह सके। तभी तो जल महल के चारों तरफ दर्जनों फलदार व फुल के पौधे लगाय गये ताकि यहां आने वालों को भरपुर ऑक्सीजन मिलता रहे।
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