एयर इंडिया की डील से एविएशन इंडस्ट्री पर फिर छाएंगे टाटा.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
Air India की डील टाटा सन्स की इकाई Talace Pvt Ltd ने 18000 करोड़ रुपए में जीत ली है। Air India पर भारी कर्ज के कारण सरकार ने इसका विनिवेश किया है। हालांकि Talace Pvt Ltd का कारोबार विस्तार जबर्दस्त होगा। उसे घरेलू हवाई अड़्डों पर 4,400 घरेलू और 1,800 अंतरराष्ट्रीय लैंडिंग और पार्किंग स्लॉट के साथ ही विदेशों में 900 स्लॉट पर नियंत्रण मिलेगा।
रतन टाटा का ट्वीट
इस डील पर खुशी जाहिर करते हुए रतन टाटा ने वेलकम Air India कहते हुए Tweet किया। साथ ही बरसों पुरानी तस्वीर शेयर की।
54584 करोड़ रुपए का कैश सपोर्ट
उधर, समाचार एजेंसी Ani ने दीपम सचिव तुहिन कांत पांडेय के हवाले से कहा कि सरकार ने 2009-10 से इस एयरलाइन को संभालने के लिए 54584 करोड़ रुपए का कैश सपोर्ट दिया। वहीं 55,692 करोड़ रुपए का गारंटी सपोर्ट दिया गया। यह रकम जोड़कर 1,10,276 करोड़ रुपए बनती है।
60 हजार करोड़ का बोझ
इस नीलामी में सस्ती सेवाएं देने वाली इसकी अनुषंगी एयर इंडिया एक्सप्रेस और माल एवं यात्री सामान चढ़ाने उतारने वाली साझा इकाई एआईएसएटीएस की 50 प्रतिशत हिस्सेदारी भी शामिल है। कंपनी पर कुल संचित कर 60,000 करोड़ रुपये का बोझ है। नागर विमानन मंत्री हरदीप पुरी ने पहले कहा था कि एयर इंडिया का निजीकरण करने या इसे बंद करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं है।
2007 से घाटे में है एयरलाइन
विमानन कंपनी 2007 में घरेलू परिचालक इंडियन एयरलाइंस के साथ विलय के बाद से घाटे में है। कोविड-19 महामारी के कारण हिस्सेदारी बिक्री प्रक्रिया में देरी हुई और सरकार ने प्रारंभिक बोलियां प्रस्तुत करने की समय सीमा को पांच बार बढ़ाया। पिछले साल दिसंबर में घाटे में चल रही एयर इंडिया को खरीदने के लिए लगाई शुरुआत की गई थी। इस डील के लिए Spicejet ने भी बोली लगाई थी, लेकिन डील टाटा की झोली में गिरी।
Air India के नए मालिक के नाम से पर्दा उठ गया है। सरकार ने Tata Sons को यह डील सौंपने का ऐलान किया है। टाटा सन्स की इकाई Talace Pvt Ltd ने 18 हजार करोड़ रुपए में यह डील मिली है। दिसंबर 2021 तक यह सौदा पूरा होने की उम्मीद है। Dipam सचिव तुहिन कांत पांडेय ने इसका ऐलान करते हुए बताया कि डील के लिए दो बिडर्स में कड़ा मुकाबला था। जानकारों की मानें तो इस डील के बाद एविएशन इंडस्ट्री में नई ग्रोथ आने की संभावना है।
Air Vistara को फायदा
Tata Sons पहले से सिंगापुर एयरलाइंस के साथ मिलकर विमानन सेवा विस्तारा (Air Vistara) का परिचालन कर रहा है। इस डील का फायदा विस्तारा को बड़े रूप में होने की उम्मीद है। उसका नेटवर्क नेशनल से इंटरनेशनल में बदल सकता है। यह भी कहा जा रहा है कि Tata Group एयरलाइन के धंधे को एक बैनर तले ले आएगा। हालांकि इसके लिए Singapore Airlines (SIA) की सहमति की दरकार होगी। Singapore Airlines (SIA) की कंपनी में 49 फीसद हिस्सेदारी है।
100 प्रतिशत हिस्सेदारी बिकेगी
सरकार एयरलाइन में अपनी 100 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच रही है। इसमें Air India की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी वाली एआई एक्सप्रेस लि. और 50 प्रतिशत हिस्सेदारी वाली एयर इंडिया एसएटीएस एयरपोर्ट सर्विसेज प्राइवेट लि. शामिल हैं। सरकारी कंपनी Air India पर कुल संचित कर 60,000 करोड़ रुपये का बोझ पड़ जाने से इसकी हालत पतली हो गई है।
जल्दी पूरी होगी डील
सरकार ने कुछ समय पहले ही एयर इंडिया के अधिग्रहण के लिए आईं वित्तीय बोलियों का मूल्यांकन शुरू किया था। इससे सार्वजनिक क्षेत्र की विमानन कंपनी के निजीकरण की प्रक्रिया अगले चरण में बढ़ गयी थी। सूत्रों ने कहा कि अघोषित आरक्षित मूल्य के आधार पर वित्तीय बोलियों का मूल्यांकन किया गया। इसके बाद टाटा ग्रुप के नाम का चयन हुआ.
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