हाजत में बंद शराबी पति को छुड़ाने पहुंची महिला, खुद को दुर्गा बताया
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क:
बिहार के जमुई जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. हाजत में बंद शराबी पति को छुड़ाने थाने पहुंची महिला खुद को दुर्गा बताने लगी. इससे पुलिस स्टेशन में अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई. विचित्र रूप में थाने पहुंची महिला के एक हाथ में चावल था और दूसरे हाथ में खास किस्म का डंडा था. महिला ने थाने में जमकर ड्रामा किया. पुलिसवालों ने जब उन्हें भी हाजत में बंद करने की बात कही तब जाकर उन्होंने ड्रामा बंद किया. इस घटना की पूरे इलाके में चर्चा हो रही है.
जानकारी के अनुसार, जमुई जिले के सिकंदरा थाना में एक महिला अपने शराबी पति को छुड़ाने के लिए खुद को मां दुर्गा बताते हुए पहुंच गई. महिला ने अपने एक हाथ में चावल और दूसरे हाथ में खास किस्म का डंडा लिए हुए थी. इसके बाद महिला थाने में ड्रामा करने लगी. अचानक से पहुंची महिला थाना परिसर में चावल छिड़कते हुए ड्रामा करने लगी. इसके साथ ही महिला ने पुलिसवालों से अपने पति को तत्काल छोड़ने को कहा. हालांकि, थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों ने महिला को भी हाजत में बंद करने की बात कही तो उन्होंने तत्काल ड्रामा बंद कर दिया. बाद में पुलिस द्वारा समझाने के बाद महिला थाना से अपने घर लौट गई.
दरअसल, सिकंदरा थाना इलाके के पंचमहुआ मुसहरी से पुलिस ने शराब के नशे की हालत कार्तिक मांझी नाम के शख्स को गिरफ्तार कर हाजत में बंद कर दिया था. उनको छुड़ाने के लिए उनकी पत्नी संजू देवी हाथों में डंडा लेकर खुद को दुर्गा बताते हुए थाना पहुंच गई और नौटंकी करने लगी. थाना परिसर के अंदर आते ही संजू देवी पुलिस पदाधिकारियों पर चावल छिड़कते हुए कहने लगी कि उसके इजाजत के बगैर कुछ नहीं हो सकता. उनके पति को हाजत से छोड़ा जाए, नहीं तो सबको नुकसान होगा. महिला का ड्रामा कुछ देर तक चलता रहा. बाद में थानाध्यक्ष जितेंद्र देव दीपक ने समझा-बुझाकर संजू देवी और उनके साथ आई अन्य महिलाओं को थाना परिसर से बाहर निकाला. बताया जाता है कि महिला संजू देवी अक्सर अपने गांव में खुद पर मां दुर्गा आने का ड्रामा करती रहती हैं.
यह भी पढ़े
5 साल के मासूम बच्चे को पीट-पीट कर बेहोश करने वाला शिक्षक हुआ गिरफ्तार
रघुनाथपुर के निखतिकलां में युवक की हत्या करने के नियत से गर्दन काटा, रेफर
शिवलिंग प्राण प्रतिष्ठा सह हनुमान प्राण प्रतिष्ठा को लेकर निकला कलश यात्रा
आंगनबाड़ी केंद्रों पर टीएचआर का हुआ वितरण