महावारी के दौरान भी महिलाएं लगवा सकती है कोविड का टीका, हार्मोन्स संबंधित बदलाव में नहीं पड़ेगा कोई प्रभाव

महावारी के दौरान भी महिलाएं लगवा सकती है कोविड का टीका, हार्मोन्स संबंधित बदलाव में नहीं पड़ेगा कोई प्रभाव
• केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने दी जानकारी
• संक्रमण के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार है कोविड वैक्सीन

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श्रीनारद मीडिया‚ पंकज मिश्रा‚ छपरा (बिहार)

कोविड संकमण से बचाव का एकमात्र रास्ता कोविड टीकाकरण है। कोविड टीकाकरण के बाद भी संक्रमण को लेकर बेपरवाह नहीं होना चाहिए और नियमित रूप से मास्क के इस्तेमाल, हाथों को साबुन पानी से धोने या सैनिटाइजर के इस्तेमाल तथा शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करते रहना आवश्यक है। महिलाओं के मन में टीकाकरण को लेकर कई तरह के सवाल है। जिन सवालों का जवाब स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पोस्टर जारी कर कहा है कि महावारी के दौरान भी महिलाएं कोविड का टीका ले सकती हैं। इससे महावारी के दौरान महिलाओं में होने वाले हार्मोन्स संबंधी बदलावों में टीकाकरण प्रभावित नहीं करता है। गर्भवती महिलाओं के प्रसव पूर्व जांच के दौरान आवश्यक सभी तरह के टीकाकरण के साथ साथ कोविड टीकाकरण भी कराया जाना चाहिए। गर्भवती महिलाओं के कोविड टीकाकरण के प्रति जागरूकता लाने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षा कवच के नाम से पोस्टर जारी कर महत्वपूर्ण जानकारी दी है। परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा है कोविड 19 टीकाकरण गर्भवती महिलाओं और उनके होने वाले बच्चे दोनों के लिए सुरक्षित है। कोविड 19 के लक्षण जिन गर्भवती महिलाओं में पाये जाते हैं उन्हें गंभीर बीमारी होने की संभावना अधिक होती है और भ्रूण पर भी इसका प्रभाव हो सकता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को कोविड 19 वैक्सीन लगवाने की सलाह दी जाती है।

गर्भवती में बढ़ जाती है कोविड 19 की जटिलताएं:
परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा है कोविड 19 की जटिलता गर्भवती महिलाओं में बढ़ जाती है। इनमें विशेषकर 35 वर्ष से अधिक आयु वाली महिलाएं, मोटापा से ग्रसित महिलाएं, मधुमेह या उच्च रक्तचाप तथा पूर्व से क्लोटिंग की समस्या से पीड़ित महिलाएं शामिल हैं। बताया गया है कि कोविड 19 संक्रमित गर्भवती महिलाओं में समय से पहले डिलीवरी, नवजात शिशु का वजन 2.5 किलोग्राम से कम होना, कुछ परिस्थितियों में शिशु के जन्म से पहले मृत्यु की संभावना हो सकती है और ये सभी गर्भवती के लिए नुकसानदायक होता है।

गर्भवती महिलाएं अवश्य करवायें कोविड वैक्सीनेशन:
परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक कोविड 19 वैक्सीन गर्भावस्था के दौरान कभी भी लगवाई जा सकती है और इसे जल्द से जल्द लगवाया जाना चाहिए। यदि कोई महिला गर्भावस्था के दौरान कोविड 19 संक्रमण से संक्रमित हो जाती है तो उसे प्रसव के तुरंत बाद वैक्सीन लगायी जानी चाहिए। साथ ही कहा है गर्भावस्था में कोविड 19 वैक्सीन सुरक्षित है। हल्का बुखार, इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द या एक से तीन दिनों तक अस्वस्थ महसूस करने जैसे मामूली असर हो सकते हैं। भ्रूण और बच्चे के लिए वैक्सीन के दीर्घकालिक प्रतिकूल प्रभाव और सुरक्षा अभी तक स्थापित नहीं हुई है।

कोविड टीकाकरण के बाद भी मास्क का करें इस्तेमाल:
कोविड टीकाकरण के बाद भी मास्क का इस्तेमाल जरूर करें। शारीरिक दूरी बनाएं और नियमित रूप से हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह धोयें। साथ ही कहा है कि यदि कोविड टीकाकरण के बाद सांस लेने में तकलीफ, छाती में दर्द, लाल धब्बे या इंजेक्शन वाली जगह से दूर त्वचा के किसी हिस्से पर छाले होना, तेज या लगातार सिरदर्द रहना, उल्टी के साथ या उसके बिना पेट दर्द, दौरे या धुधंला दिखाई देने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें।

 

 

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