वाराणसी में लक्ष्मी कुंड पर उमड़ी जिवित्पुत्रिका व्रती महिलाएं, बिना मास्क के मंदिर परिसर में ड्यूटी करते दिखे पुलिसकर्मी
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
वाराणसी / जीवित्पुत्रिका व्रत आज पूरे हर्षोउल्लास के साथ मनाया जा रहा है। मंगलवार रात 9 बजे से ही अन्न-जल के बिना व्रत रख व्रती महिलाएं इस व्रत में विशेष महत्व रखने वाले लक्ष्मी कुंड पर उमड़ पड़ी हैं। लक्ष्मी कुंड के किनारे व्रती महिलाएं कथा सुन व्रत की विधि का अनुपालन कर रही हैं। वहीं प्राचीन त्रिगुणात्मक महालक्ष्मी मंदिर पर महिलाएं दर्शन कर अखंड सौभाग्य का वरदान मांग रही हैं।
इस कुंड पर चलने वाला 16 दिवसीय सोरहिया मेला इस वर्ष भी कोरोना काल में स्थगित रहा पर बुधवार को अंतिम दिन कुंड पर मेले जैसा माहौल देखने को मिल रहा है। कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही है। मंदिर में पुलिसकर्मी बिना मास्क ड्यूटी कर रहे हैं। बिना मास्क के ही श्रद्धालुओं को मंदिर में दर्शन के लिए जाने की अनुमति दे रहे हैं। इसके अलावा मंदिर परिसर के अंदर ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों का भी मास्क नदारद दिखा।
मंदिर में आज के दिन दर्शन-पूजन के महत्त्व पर बता करते हुए पुजारी जगदीश शंकर दीक्षित ने बताया कि आज के दिन महिलाएं 16 दिन के महालक्ष्मी व्रत जो की अखंड सौभाग्य के लिए सौभाग्य रक्षा के नाम से रखा जाता है। उसका पारण कर रही हैं। उसके अलावा जीवित्पुत्रिका व्रत का भी आज विशेष महत्व है इस कुंड पर, महिलांए पुत्र प्राप्ति और पुत्र प्राप्ति के बाद भी इस व्रत को निभाती हैं। इसलिए महिलाएं आज इस कुंड पर उमड़ी हैं।
पुजारी जगदीश दीक्षित ने बताया कि एडीसीपी दशाश्वमेध अवधेश पांडेय और लक्सा थाना प्रभारी के दिशा निर्देशन में कोरोना गाइडलाइन के अनुपालन में इस वर्ष मेला स्थागित रहा। आज अंतमि दिन लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के साथ दर्शन पूजन करने की अनुमति दी जा रही है।