वाराणसी का है गजब हाल ! सड़क जस की तस, हो गया लोकार्पण, शिलापट्ट भी लग गया, अब ज़िम्मेदार झाड़ रहे पल्ला
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
वाराणसी / चिरईगांव क्षेत्र में इन दिनों एक शिलापट्ट लोगों के कौतुहल का विषय बना हुआ है। जनता के बीच चर्चाएं इस बात को लेकर हैं कि सड़क बनी ही नहीं और इस निर्माण कार्य के लोकार्पण का शिलापट्ट भी लगा दिया गया है। मामला चन्द्रा बलुआ मुख्य रोड से लिंक मार्ग जो कि श्री कच्चा बाबा मंदिर से एनएन खान के घर तक जाता है, उससे जुड़ा हुआ है।
इस सड़क निर्माण का कार्य जिला पंचायत के राज्य वित्त की धनराशि से होने का लोकार्पण बोर्ड डॉ एनएन खान की दीवाल पर लगा हुआ है, जो इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है, क्योंकि मौके पर रोड का निर्माण हुआ ही नहीं और विभाग द्वारा बोर्ड भी लगवा दिया गया है।
इस बोर्ड पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री डॉ महेन्द्र नाथ पांडेय, प्रदेश सरकार में मंत्री भूपेन्द्र सिंह चौधरी, उपेन्द्र तिवारी और अनिल राजभर के अलावा वाराणसी की जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या से लेकर चिरईगांव ब्लॉक सेक्टर नम्बर चार से निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य नीलम सोनकर की गरिमामई उपस्थिति में लोकार्पण होना दर्शाया गया है, जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। कच्चा बाबा मंदिर से लेकर डॉ एनएन खान तक के घर तक पूरी सड़क जर्जर व टूटी फूटी पड़ी है।
हालांकि बोर्ड पर वित्तीय वर्ष व लागत नहीं लिखा गया है। ये भी बता दें कि डॉ एनएन खान के पुत्र शाहिद मुनीर खान आईपीएस अधिकारी हैं। ऐसे में एक आईपीएस अधिकारी के मकान तक रोड निर्माण कराने के बजाय लोकार्पण का बोर्ड लगाने से जिला पंचायत की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं।
स्थानीय लोगों के अनुसार इस एक बोर्ड ने ही ये जता दिया है कि विभाग में खुलेआम धांधली हो रही है और यहां भ्रष्टाचार की जड़े कितनी गहरी हैं। इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब एक आईपीएस रैंक के अधिकारी के आवास तक जाने वाले मार्ग पर खुलेआम धांधली हो रही है तो अन्य के हालात में स्थिति क्या हो सकती है।
डॉ एनएन खान का कहना है कि कोई कार्य तो हुआ नहीं, बोर्ड कब और कौन लगाया पता नहीं, यह तो भ्रष्टाचार है। इसकी जांच होनी चाहिए।
वहीं इस बाबत चिरईगांव सेक्टर जिला पंचायत नीलम सोनकर का कहना है कि उक्त कार्य के लिये हमने कोई प्रस्ताव नहीं दिया है। मेरे नाम के बोर्ड लगने जानकारी क्षेत्र से हुई तो हमने जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य से बात की। इसपर उनका कहना है कि उक्त मामले की जांच करवाती हूं।