विश्व कैंसर दिवस: आज से 10 फरवरी तक ओपीडी में विशेष रूप से स्क्रीनिंग की सुविधा उपलब्ध
जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में जागरूकता से संबंधित विभिन्न प्रकार के गतिविधियों का किया जा रहा है आयोजन:
गलत खान- पान के कारण महिलाओं में सर्वाइकल व ब्रेस्ट कैंसर, जबकि पुरुषों के फेफड़े- प्रोस्टेट व कोलन कैंसर का खतरा सबसे अधिक: डॉ सेबी
जिले में अभी तक लगभग 20 हजार कैंसर स्क्रीनिंग: डॉ विक्रम आनंद
श्रीनारद मीडिया, छपरा, (बिहार):
वैश्विक स्तर पर कैंसर एक गंभीर स्वास्थ्य चुनौतियों में से प्रमुख है। क्योंकि कैंसर के कारण प्रत्येक वर्ष लाखों लोगों की मौत होती है। जिसमें पूरी दुनियां में हर छठी मौत कैंसर के कारण हो रही है। प्रभारी सिविल सर्जन डॉ चंदेश्वर सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में प्रतिदिन खोज व तकनीकी विकास के कारण कैंसर अब लाइलाज बीमारी तो नहीं रही। लेकिन अभी भी आम लोगों के लिए इसका इलाज बेहद कठिन साबित हो रहा है। दुनिया भर में कैंसर के बढ़ते मामलों को देखते हुए लोगों को इसके खतरों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष 04 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। हर साल की तरह इस बार भी विश्व कैंसर दिवस आज यानी 04 से 10 फरवरी तक जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में जागरूकता से संबंधित विभिन्न प्रकार के गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।
विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर विशेष रूप से ओपीडी में स्क्रीनिंग की सुविधा उपलब्ध: डॉ भूपेंद्र कुमार
जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ भूपेंद्र कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल परिसर स्थित ओपीडी के कमरा संख्या – 02 में होमी भाभा कैंसर संस्थान सह शोध संस्थान के टीम द्वारा सुबह के 9 बजे से शाम के 5 बजे तक स्क्रीनिंग, उपचार के साथ ही जांच की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। जबकि जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में नि:शुल्क कैंसर स्क्रीनिंग सह परामर्श शिविर का आयोजन किया गया है। जिसमें विभिन्न तरह के कैंसर की स्क्रीनिंग व आवश्यक परामर्श सेवाएं संचालित की जाएगी। इस शिविर में मुंह, स्तन, गर्भाशय संबंधी कैंसर की स्क्रीनिंग के साथ मधुमेह, उच्च रक्तचाप के स्क्रीनिंग की सुविधा उपलब्ध साथ ही विभिन्न गैर संचारी रोगों के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा।
गलत खान- पान के कारण महिलाओं में सर्वाइकल व ब्रेस्ट कैंसर, जबकि पुरुषों के मुंह, फेफड़े- प्रोस्टेट व कोलन कैंसर का खतरा सबसे अधिक: डॉ सेबी
सदर अस्पताल स्थित ओपीडी में कार्यरत होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल व रिसर्च सेंटर मुजफ्फरपुर की चिकित्सक डॉ सेबी ने बताया कि महिलाओं में सर्वाइकल व ब्रेस्ट कैंसर, जबकि पुरुषों के फेफड़े- प्रोस्टेट व कोलन कैंसर का खतरा सबसे अधिक देखा जाता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि खान-पान में गलत आदतें, दोषपूर्ण जीवनशैली, प्रदूषण के अलावा हानिकारक रसायनों के अधिक संपर्क में रहने के कारण कैंसर का जोखिम प्रतिदिन बढ़ रहा है। हालांकि कैंसर के खतरों से बचाव के लिए सावधानी व जागरूकता जरूरी है। वहीं संयमित जीवनशैली व उचित खान- पान, शराब, धुम्रपान व तंबाकू उत्पाद के सेवन से परहेज करने मात्र से कैंसर के खतरों को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
जिले में अभी तक लगभग 20 हजार कैंसर स्क्रीनिंग: डॉ विक्रम आनंद
सदर अस्पताल परिसर स्थित ओपीडी में संचालित होमी भाभा कैंसर संस्थान सह शोध संस्थान के डॉ विक्रम आनंद ने बताया कि दिसंबर 2022 से लेकर दिसंबर 2023 तक 18451 मरीजों की स्क्रीनिंग की गयी है। जिसमें दिसंबर 2022 से दिसंबर 2023 तक 18451 जबकि जनवरी 2024 में 1578 मरीजों की स्क्रीनिंग हुई है। कैंसर के संदेहास्पद मरीज मिलने की स्थिति में बेहतर इलाज के लिए राज्य के उच्च चिकित्सा संस्थान रेफर किया गया है। ताकि रोगियों का समुचित इलाज संभव हो सके। क्योंकि रोग से संबंधित लक्षणों की समय पर पहचान और उचित जांच के बाद से कैंसर का इलाज संभव है।
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