विश्व हाथ स्वच्छता दिवस- स्कूली छात्राओं को नियमित रूप से हाथों की सफाई करने को किया गया प्रेरित
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
SUMAN – K हाथ धोने का सबसे सरल तरीका: अस्पताल प्रबंधक
हाथों की स्वच्छता से 31 प्रतिशत गैस, 21 प्रतिशत सांस और 50 प्रतिशत डायरिया बीमारी का किया जा सकता है बचाव: एमओआईसी
संक्रमण के खिलाफ जंग जीतने में हाथों को सही से धोना जरूरी: सिविल सर्जन
छपरा, 05 मई।
हाथों की स्वच्छता वर्तमान समय ही नहीं, बल्कि हमेशा के लिए अतिआवश्यक है। क्योंकि कई प्रकार की बीमारियों का प्रसार हाथों में लगे गंदगी के कारण संक्रमण फैलने से होता है। साबुन से अपने हाथों को धोने मात्र से कई प्रकार की बीमारियों से सुरक्षित और बचाव किया जा सकता है। उक्त बातें रेफरल अस्पताल मढ़ौरा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कृष्ण चंद्र ने एएनएम स्कूल के सभागार में विश्व हाथ स्वच्छता दिवस के अवसर पर नर्सिंग स्कूल की छात्राओं को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय जैव प्रौद्योगिकी सूचना केंद्र (एनसीबीआई) के अनुसार हाथों की स्वच्छता से 31 प्रतिशत गैस की बीमारी और 21 प्रतिशत सांसों से संबंधित बीमारियों से बचा जा सकता है। वहीं सेंटर फॉर डिजीज एंड प्रीवेंशन के अनुसार साबुन और पानी से हाथ धोना डायरिया से जुड़ी हुई बीमारियों को 50 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।
राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार पटना के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी बीके मिश्रा के दिशा निर्देश के आलोक में अनुमंडलीय अस्पताल मढ़ौरा के एएनएम स्कूल के सभागार में विश्व हाथ स्वच्छता दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मढ़ौरा रेफरल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कृष्णा चंद्र, एएनएम स्कूल की प्राचार्या सेल्वी, अस्पताल प्रबंधक आफ़रीन सेराज सहित एएनएम स्कूल की छात्राएं उपस्थित थी।
संक्रमण के खिलाफ जंग जीतने में हाथों को सही से धोना जरूरी: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि जहां तक वक्त याद रखने की बात है तो आपलोग 01 से 20 तक गिनती जितनी देर में बोलेंगे उतनी देर में हाथ भी साफ हो सकते हैं। लेकिन हाथ धोने को लेकर हम लोग लापरवाही बरतते आए हैं। शायद यही कारण है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को भी सामने आकर इसका सही तरीका बताना पड़ा है। इसलिए यदि आपको भी संक्रमण के खिलाफ शुरू हुई जंग का मजबूत सिपाही बनना है तो हाथों को सही से धोना जरूरी है। स्वास्थ्य संस्थानों में होने वाले संक्रमण को रोकने में हाथ धोना कितना सरल और महत्वपूर्ण है। इसका अंदाज़ा लगाना बहुत ही मुश्किल है। क्योंकि अधिकांश बीमारियों का मुख्य कारण संक्रमण ही होता है।
एएनएम स्कूल की छात्राओं को नियमित रूप से हाथों की सफाई करने के लिए किया गया प्रेरित: प्राचार्या
एएनएम स्कूल की प्राचार्या सेल्वी ने स्कूली छात्राओं से कहा कि विभिन्न प्रकार की चीजों को छूने और उठाने में हम लोग हाथों का ही प्रयोग करते है, ऐसे में संक्रमण आसानी से हाथों के माध्यम से हम लोगों के शरीर तक पहुंच जाता है। ऐसे में हाथों की स्वच्छता पर विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है। क्योंकि हाथ धोना विभिन्न प्रकार के संक्रमण की रोकथाम का एक महत्वपूर्ण तरीका है। हालांकि इसके माध्यम से किसी भी प्रकार के संक्रमण से अपने आपको को बचाया जा सकता है। जिसको लेकर एएनएम स्कूल के सभागार में विश्व हाथ स्वच्छता दिवस मनाया गया है। जिस दौरान स्कूली छात्राओं को नियमित रूप से हाथों की सफाई करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
SUMAN – K हाथ धोने का सबसे सरल तरीका: अस्पताल प्रबंधक
रेफरल अस्पताल मढ़ौरा की अस्पताल प्रबंधक आफरीन सेराज़ ने एएनएम स्कूल की छात्राओं को बताया कि (SUMAN- K) S- हाथों को सीधा साफ करना, U- हाथों को उल्टा साफ करना, M- मुट्ठी साफ करना, A- अंगूठा साफ करना, N- नाखून साफ करना, K- कलाई। इस विधि का प्रयोग करते हुए साबुन या हैंडवास और पानी से 40- 60 सेकेंड्स तक हाथ धोना चाहिए। क्योंकि हाथों की सफाई का सबसे बढ़िया तरीका है। जिसके आधार पर हम लोग अपने हाथों को आसानी से सफाई कर सकते है। जिसमें हाथों को ऊपर- नीचे से साफ करने और अंगूठे व नाखून की सफाई शामिल है।
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