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विश्व फिजियोथेरेपी दिवस :- बिना दवा के ही हो जाता है इलाज :- डा • राकेश कुमार सिंह

विश्व फिजियोथेरेपी दिवस :- बिना दवा के ही हो जाता है इलाज :- डा • राकेश कुमार सिंह
श्रीनारद मीडिया‚ सीवान (बिहार)ः

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बुधवार को विश्व फिजियोथैरेपी दिवस पर शहर के प्रसिद्ध मार्क दर्द एवं लकवा निवारण केंद्र के सीनियर फिजियोथैरेपिस्ट डा • राकेश कुमार सिंह ने कहा कि आमतौर पर लोग समझते हैं कि दवा की गोली खा लेने से दर्द छू मंतर हो जाएगा ।  पर ऐसा होता नहीं है। कुछ देर की राहत के बाद फिर दवा पर निर्भरता की स्थिति बन जाती है, जो कि हमारे शरीर के लिए सही नहीं है।

दरअसल हमारे शरीर की क्षमता में ही शरीर का इलाज छुपा है। इसे फिजियोथेरेपी पद्धति ने पहचाना और लोगों का इलाज बिना दवा-गोली के होना शुरू हुआ।आम लोगों में को इसके प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से 8 सितंबर 1996 से पूरे विश्व में आज के दिन को विश्व फिजियोथेरेपी दिवस के रूप में मनाया जाता है।

इस संबंध में डा • राकेश कुमार सिंह ने बताया कि  फिजियोथैरेपी यानी शरीर की मांसपेशियों, जोड़ों, हड्डियों-नसों के दर्द या तकलीफ वाले हिस्से की वैज्ञानिक तरीके से आधुनिक मशीनों, एक्सरसाइज, मोबिलाइजेशन और टेपिंग  के माध्यम से मरीज को आराम पहुंचाना है।यह उन रोगियों के लिए एक सर्वोत्तम उपचार है जिन्हें किसी भी प्रकार की गतिहीनता या हानि के कारण चलने-फिरने अथवा सामान्य दिनचर्या में कठिनाई होती है।

डा • राकेश आगे बताते हैं कि आज की जीवनशैली में हम लंबे समय तक अपनी शारीरिक प्रणालियों का सही ढंग से उपयोग नहीं कर पा रहे हैं और जब शरीर की सहनशीलता नहीं रहती है। तो वह तरह-तरह की बीमारियों व दर्द की चपेट में आ जाता है। फिजियोथैरेपी को अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाकर दवाइयों पर निर्भरता कम करके स्वस्थ रह सकते हैं।

कुछ स्थितियों में जहां फिजिकल थेरेपी का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है वे हैं सर्जरी, चोट,स्ट्रोक आदि से रिकवरी,हृदय रोग,मधुमेह आदि पुरानी बीमारियों का सामना करने,जन्मजात शारीरिक विकृति, कृत्रिम अंगों को समायोजित करना, ऑस्टियोआर्थराइटिस, अल्जाइमर रोग,पीठ दर्द, पार्किंसंस रोग,सर्वाईकल पेन मांसपेशियों में खिंचाव, बर्साइटिस, गुइलेन-बैरे सिंड्रोम, अस्थमा,फाइब्रोमायल्गिया, घाव, संधिशोथ, संतुलन विकार, जलन और अन्य दुर्घटनाएं।भले ही फिजियोथेरेपी का प्रमुख लक्ष्य दर्द से राहत है, यह कई अन्य लाभ भी देता है जैसे तनाव में कमी, सहनशक्ति आदि।

डा • राकेश ने आगे बताया कि सही चिकित्सक का चुनाव करना भी आज के समय में कठिनप्रद है।एक अच्छा फिजियोथेरेपिस्ट ही आपको आपकी आवश्यकता के अनुरूप आपकी सर्वोत्तम चिकित्सा कर सकता है।इसकी महत्ता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस साल विश्व भौतिक चिकित्सा दिवस 2021 की थीम “रिहैबिलिटेशन और लॉन्ग COVID-19” है। क्योंकि यह पोस्ट कोविड में काफी लाभप्रद सिद्ध हो चुका है।

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