हनुमान जन्मोत्सव पर करें पंचमुखी हनुमान की पूजा, पूरी होंगी आपकी 5 मनोकामनाएं
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क:
संकटमोचन हनुमान जी का जन्मदिन चैत्र पूर्णिमा को है. यह इस साल 16 अप्रैल को है. हनुमान जयंती के अवसर पर आपको पंचमुखी हनुमान जी की पूजा विधिपूर्वक करनी चाहिए. पंचमुखी हनुमान की पूजा करने से आपकी 5 प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होती हैं क्योंकि हनुमान जी के प्रत्येक मुख का अपना विशेष महत्व होता है. आइए जानते हैं पंचमुखी हनुमान जी के बारे में.
पंचमुखी हनुमान की पूजा का लाभ
1. शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है.
2. जीवन में आने वाले संकटों का नाश होता है.
3. यश, पराक्रम, बल एवं दीर्घायु का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
4. भय, निराशा, तनाव एवं नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति मिलती है.
5. मनोकामनाओं की पूर्ति होती है.
हनुमान जी का पंचमुखी स्वरुप
हनुमान जी का पंचमुखी स्वरुप पांच प्रकार के मुखों से मिलकर बना है. इसमें पहला मुख वानर का है, जो पूर्व दिशा में है. दूसरा मुख गरुड़ का है, जो पश्चिम दिशा में है. तीसरा मुख वराह का है, जो उत्तर दिशा में है. चौथा मुख नृसिंह का है, वह दक्षिण दिशा में है. पांचवा मुख अश्व का है, जो आकाश की ओर है.
हनुमान जी ने क्यों लिया पंचमुखी अवतार
लंका युद्ध के समय रावण के भाई अहिरावण ने भगवान राम और लक्ष्मण को अपनी माया से अचेत कर दिया और दोनों को बलि देने के लिए पाताल लोक लेकर चला गया. वहां पर उसने पांच दीपक जला दिए थे. ये पांच दिशाओं में रखे थे. हनुमान जी जब पाताल लोक पहुंचे, तो वे स्थिति को देखकर उसकी मााया को भांप गए.
अहिरावण का वध तभी हो सकता था, जब इन पांच दीपक को एक साथ बुझा दिया जाए. हनुमान जी तो अपने भगवान राम के सेवक थे और उनके प्रभु संकट में थे. तक उन्होंने पंचमुखी अवतार धारण किया. फिर उन्होंने एक साथ उन पांच दीपक को बुझा दिया और अहिरावण का वध कर अप्रने प्रभु राम और भाई लक्ष्मण को सकुशल वापस लेकर गए.
यह भी पढ़े
आशा भोसले के बेटे आनंद भोसले की तबीयत हुई खराब, दुबई के अस्पताल में चल रहा इलाज
15 अप्रैल ? विश्व कला दिवस पर विशेष