यादे हसन अ.स. मनाया गया
श्रीनारद मीडिया, सुबाष कुमार शर्मा, सीवान (बिहार):
सीवान जिले के रघुनाथपुर प्रखंड के खुजवां स्थित सरकारी इमामबाड़ा में अरबी की 28 सफर की शाम यादे हसन अ. स. का प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इस प्रोग्राम के आयोजक इफ़्तेख़ार अहसन ने बताया कि इस दिन कयामत का दिन है, इस दिन हमारे आख़िरी नबी मोहम्मद स. व. के बड़े नवासे इमाम हसन अ. स. को जहर देकर शहीद किया गया और उससे ज्यादा कयामत तो तब हुई जब उनके जनाज़े को तीरों से छलनी कर दिया गया।
इस तरह से इमाम हसन अ. स. को दो बार शहीद किया गया। उन्ही के गम की तारीख में प्रत्येक वर्ष 25 सितम्बर की रात 8 बजे एक मजलिसे अजा का इनएकाद किया जाता है। मजलिस का आगाज तिलावते कलामे पाक से मौलाना शौकत अली ने किया । उसके बाद सैयद वसी हैदर ने सोज पेश किया।
तत्पश्चात मर्सिया ख्वानी सगीर ने किया।उनके बाद हिंदुस्तान के मशहूर व मारूफ ख़तीब आली जनाब मौलाना सैयद तहजीबुल हसन रिजवी साहब रांची(झारखंड) ने इमामे हसन (अ.स)की ज़िन्दगी के उपर विस्तार से प्रकाश डाला। वहीं हिंदुस्तान के मशहूरो मास्फ़ नौहाखां जनाब मनाजिर सिवानी साहब ने अपने नौहा के जरिये इमाम के उपर हुए जुल्म को बयान किया।
अपने नौहे के द्वारा जनाब अफसर हुसैन,कासिम रजा,इन्तजार मेहदी ने इजहारे अकीदत पैश किया।अंत में बानिये मजलिस अख्तियार इमाम ने तमाम अहले बस्ति तथा हसनपुरा, गोपालपुर, भिखपुर, मन्द्रापाली, हुसैनगंज, भौंराजपुर आदि जगहों के अलावा अन्य जिलों व राज्यों से शामिल तमाम लोगों को विदा किया गया।
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