यूपी सहित वाराणसी के कई पर्यटन स्थलों के लिए हेलीकॉप्टर टैक्सी सेवा शुरू करने की तैयारी में हैं योगी सरकार
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
वाराणसी / लखनऊ योगी सरकार ने राज्य भर के प्रमुख स्थलों को जोड़ने के लिए हेलिकॉप्टर टैक्सी सेवा शुरू करने का फैसला किया है। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा यह सेवा इस साल दिसंबर से शुरू होने की संभावना है। कोविड-19 महामारी के मद्देनजर बहुत से लोग भीड़भाड़ वाली ट्रेनों और उड़ानों से बचते हैं, पर्यटन विभाग को लगता है कि यूपी में इस ‘फास्ट और लग्जरी’ विकल्प को कई ग्राहक मिल सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि आगरा में हेलीपोर्ट बनकर तैयार होने के साथ ही अन्य पर्यटन महत्व के स्थानों पर हेलीपोर्ट तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
प्रमुख सचिव, पर्यटन और संस्कृति, मुकेश कुमार मेश्राम ने पुष्टि की है कि ये प्रोजेक्ट निजी-सार्वजनिक भागीदारी यानी पीपीपी मॉडल पर आधारित होगी और इसके लिये उपयुक्त निजी खिलाड़ियों की तलाश करने के लिए दो सप्ताह में एक सलाहकार नियुक्त किया जाएगा।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे पर्यटक हैं जो कोरोना महामारी के प्रकोप के बाद ट्रेनों और हवाई जहाजों जैसे भीड़-भाड़ वाले परिवहन माध्यमों में यात्रा नहीं करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कई ऐसे भी हैं जो महंगे हेलिकॉप्टर में यात्राओं को वहन कर सकते हैं। हेलीकॉप्टर टैक्सी सेवा ऐसे ही पर्यटकों की जरूरतों को पूरा करेगी।
अधिकारी के अनुसार अधिकांश पर्यटक विशेष रूप से विदेशी सैलानी जो अच्छी कनेक्टिविटी के कारण ताजमहल देखने के लिए आगरा तो आते हैं, लेकिन वही पर्यटक खराब कनेक्टिविटी के कारण अन्य महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को छोड़ देते हैं। यह सेवा ऐसे लोगों को एक विकल्प देगी।
मेश्राम ने कहा कि कई मार्गों के लिए यह सेवा सुनिश्चित करेगी कि पर्यटक गंतव्य तक पहुंचें और एक दिन में वापस लौट जाएं। उन्होंने कहा आगरा के अलावा और भी महत्वपूर्ण गंतव्य हैं जो निश्चित रूप से पर्यटकों द्वारा पसंद किये जाएंगे यदि हम उनका समय बचाने में सक्षम हो सकें।
अधिकारी के अनुसार आगरा हवाई अड्डे के पास एक हेलीपोर्ट के अलावा सरकार के पास पहले से ही विंध्याचल, प्रयागराज, लखनऊ और वाराणसी में हवाई अड्डे हैं। उन्होंने बताया कि मथुरा और प्रयागराज में भी बुनियादी सुविधाओं के साथ आगरा जैसा हेलीपोर्ट बनाया जा रहा है।
मुकेश कुमार मेश्राम के अनुसार पर्यटक अगर वाराणसी में एक रात रुकता है तो इस हेलीकॉप्टर टैक्सी सेवा की मदद से वो चंदौली स्थित चंद्रप्रभा वन्यजीव अभ्यारण्य घूम सकता है। साथ ही 12 से 15 मिनट में गंगा दर्शन और वाराणसी के घाटों जैसे आसपास के गंतव्यों के लिए हेलीकॉप्टर सेवा फायदेमंद साबित हो सकती है।
इसी प्रकार बोधगया, कुशीनगर आदि बौद्ध स्थलों पर पर्यटकों के लिए हेलीकॉप्टर उपलब्ध होंगे। साथ ही लखनऊ में नजदीकी पर्यटन स्थलों और राज्य की राजधानी में इमामबाड़ा, रेजीडेंसी, रूमी दरवाजा आदि स्थानों के लिए भी हेलीकॉप्टर सेवाएं उपलब्ध होंगी।
इतना ही नहीं दुधवा टाइगर रिजर्व जैसी जगहों के लिए विभाग रनवे स्ट्रिप का इस्तेमाल करने की भी योजना बना रहा है। मेश्राम ने कहा, “रनवे स्ट्रिप्स का इस्तेमाल हेलीकॉप्टर लैंडिंग के लिए उन जगहों पर किया जाएगा जहां कोई हेलीपोर्ट नहीं है।