युवक की चाकू से गोद-गोदकर हत्या, दहशत फैलाने के लिए की फायरिंग.
पत्नी का गम न सह सका पीएचई अफसर, उठाया ये घातक कदम
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
पटना में अपराध की वारदातों में लगातार इजाफा हो रहा है और अपराधी एक के बाद एक हत्या की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. ताजा मामला सिटी इलाके का है जहां मेहंदीगंज थाना क्षेत्र के लोहा का पुल महादेव मंदिर के पास अपराधियों ने चाकू मारकर एक युवक की हत्या कर दी. इस दौरान अपराधी फायरिंग कर मौके से फरार हो गए. आनन-फानन में गंभीर रूप से घायल युवक को इलाज के लिए एनएमसीएच में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
मृतक की पहचान मेहंदीगंज थाना क्षेत्र के पश्चिमी कस्बा निवासी गोपाल महतो के 20 वर्षीय पुत्र टुनटुन महतो उर्फ विक्की के रूप में की गई है. किस कारण से युवक की हत्या की गई या अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है. आशंका जताई जा रही है कि आपसी रंजिश को लेकर ही अपराधियों द्वारा युवक की चाकू मारकर हत्या की गई है. बताया जाता है कि टुनटुन महतो लोहा का पुल के रास्ते अपने घर लौट रहा था, इसी दौरान पहले से घात लगाए अपराधियों ने उसे घेर लिया और उस पर ताबड़तोड़ चाकू का वार कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया.
अत्याधिक खून बह जाने के कारण उसकी मौत हो गई. घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी फायरिंग करते हुए मौके से फरार हो गए. घटना के संबंध में मृतक के बड़े भाई गुड्डू महतो ने बताया कि अपराधियों ने टुनटुन पर मोबाइल छीनने का आरोप लगाकर चाकुओं से गोद कर उसकी हत्या कर दी. बताया यह भी जाता है कि टुनटुन महतो का अंकित और कन्हैया नामक युवक के साथ विवाद चल रहा था, ऐसे में अंकित और कन्हैया ने मिलकर ही टुनटुन महतो की हत्या कर डाली. घटना के बाद से दोनों आरोपी युवक फरार बताए जाते हैं.
पूरे मामले में पूछे जाने पर पुलिस ने घटना की पुष्टि करते हुए फिलहाल हत्या के कारणों को बताने में असमर्थता जताई है. पुलिस ने जल्द ही पूरे मामले का उद्भेदन कर लिए जाने का भरोसा दिलाया है. फिलहाल पुलिस अपराधियों की पहचान और उनकी गिरफ्तारी को लेकर सघन छापेमारी अभियान में जुटी है.
इंदौर में पीएचई अधिकारी विजय धर्माधिकारी ने सुसाइड कर लिया. उन्होंने अपने ही घर में जहर खाकर जान दे दी. वो अकेले रहते थे. उनके बच्चे नहीं थे. कुछ समय पहले पत्नी का भी निधन हो गया था. घटना की जानकारी मिलते हे पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और पड़ताल शुरू कर दी. मौके से सुसाइड नोट मिला है, इसमें मृतक ने आत्महत्या के लिए खुद को ही जिम्मेदार बताया है.
इंदौर में नर्मदा प्रोजेक्ट में कंट्रोलर के पद पर पदस्थ पीएचई अधिकारी विजय धर्माधिकारी नहीं रहे. उन्होंने जहर खाकर जान दे दी. मौके से मिले सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा है कि वह अपने जीवन से हार गए हैं. वह किसी से परेशान होकर ऐसा कदम नहीं उठा रहे, वह अपने जीवन से ही त्रस्त हो गए हैं. 59 वर्षीय पीएचई अधिकारी विजय धर्माधिकारी के शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिवार के सुपुर्द कर दिया गया.
3 बच्चों और पत्नी की हो चुकी थी मौत
बताया जा रहा है कि विजय अपने पारिवारिक कारणों से बेहद गमगीन थे. उनके दो जुड़वा बच्चे जन्म होते ही मर गए थे. बाद में एक बेटी हुई थी तीन वर्ष की उम्र में उसकी भी मौत हो गयी थी. तब से पति-पत्नी ने एकाकी जीवन जीया. लेकिन कुछ समय पहले उनकी पत्नी का भी निधन हो गया था. उसके बाद से धर्माधिकारी बिलकुल अकेले हो गए थे. उनके परिवार के कुछ सदस्य हैं लेकिन सभी इंदौर में अलग अलग इलाकों में रहते हैं.
अकेले रहते थे
सोमवार शाम तक परिवारवालों का जब विजय से संपर्क नहीं हो सका तो उनके भतीजे ने थाने पहुंच कर पुलिस से शिकायत की. पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे तो विजय अपने घर पर मृत अवस्था में मिले. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा मंगलवार सुबह पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिवार के सुपुर्द कर दिया. साथ ही मौके से मिले कई दस्तावेज, सुसाइड नोट, साक्ष्य प्रमाण,और मोबाइल इतियादी जब्त कर लिया है. पुलिस तकनीकी छानबीन कर आत्महत्या के कारणों को पता कर लगा रही है.
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