विदेशी शराब के साथ होम डिलीवरी करने वाला युवक गिरफ्तार
बक्सा दुकान की आड़ में करता था शराब का धंधा, 8 बोतल बरामद
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
बिहार के शेखपुरा में पुलिस और उत्पाद विभाग की सतर्कता और तत्परता को दर्शाती है। विदेशी शराब की होम डिलीवरी करने वाले युवक की गिरफ्तारी न केवल अवैध शराब कारोबार पर अंकुश लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि प्रशासन की सक्रियता का भी उदाहरण है।छापेमारी टीम ने सादे लिबास में काम करते हुए उमेश कुमार को रंगे हाथ पकड़ा। उमेश कुमार खांडपर का निवासी है और बक्से की दुकान की आड़ में अवैध विदेशी शराब का कारोबार करता था।
गुप्त सूचना के आधार पर उसे 8 बोतल विदेशी शराब के साथ गिरफ्तार किया गया।गली में 2 बोतल शराब के साथ उसे पकड़ा गया। बाद में उसकी दुकान और घर की तलाशी के दौरान 6 और बोतल विदेशी शराब बरामद की गई। छापामारी का नेतृत्व उत्पाद अधीक्षक प्रकाश कुमार ने किया। टीम में उत्पाद विभाग के अधिकारी और पुलिस बल के सदस्य शामिल थे। गिरफ्तारी के लिए कई दिनों से प्रयास किया जा रहा था।
स्थानीय उत्पाद थाना में प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी को जेल भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह स्पष्ट है कि पुलिस और उत्पाद विभाग को आरोपी के गतिविधियों की पहले से जानकारी थी। इस कार्रवाई से अवैध शराब के कारोबारियों को कड़ा संदेश जाएगा और उनकी गतिविधियों पर अंकुश लगेगा।
विदेशी शराब की होम डिलीवरी जैसे अवैध कार्य न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि समाज पर भी नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। यह घटना दिखाती है कि गुप्त सूचनाओं के आधार पर पुलिस और उत्पाद विभाग कैसे प्रभावी कार्रवाई कर सकते हैं। शराब तस्करी के रोकथाम के लिए नियमित गश्त और निगरानी जरूरी है।इस तरह के मामलों में सख्त कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए ताकि ऐसे अवैध कारोबार पर लगाम लगाई जा सके।
जनता को अवैध शराब के खतरों और कानूनी परिणामों के बारे में जागरूक करना चाहिए। यह कार्रवाई स्थानीय प्रशासन और पुलिस की सतर्कता को उजागर करती है, जिससे अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण पाने में मदद मिलती है।
यह भी पढ़ें
भारतमाला प्रोजेक्ट कैंप पर फायरिंग करने वाले चार अपराधी गिरफ्तार, हथियार व कारतूस बरामद
जमीन विवाद में पुलिस पर भीड़ ने किया हमला, एसआई गंभीर रूप से घायल
अवनीश के जिला जज की परीक्षा पास कर गांव आने पर हुआ भव्य स्वागत
बिहार के राज्यपाल से मिले बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष परमार रवि मनुभाई
बिहार में भूमि सुधार उप-समाहर्ता मैत्री सिंह हुई निलंबित
बिहार में जमीन सर्वे की समय सीमा बढ़ाई गई
जिलाधिकारी ने जीर्ण-शीर्ण भवनों को पुस्तकालय में बदल दिया,कैसे?
एक ऐसा जिला जिसके सभी ग्राम पंचायतों में सामुदायिक पुस्तकालय हैं