आर्यन खान से संबंधित मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले की जांच कर रहे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के जोनल प्रमुख समीर वानखेड़े के खिलाफ खुद जांच के घेरे में आ गए हैं। NCB ने आर्यन को रिहा करने के लिए 25 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में उनके खिलाफ सतर्कता जांच शुरू की है।
आइए आपको बताते हैं कि समीर वानखेड़े कौन हैं और पूरे मामले में उन पर क्या-क्या आरोप लगे हैं।
कौन हैं समीर वानखेड़े?
समीर वानखेड़े 2008 बैच के भारतीय राजस्व सेवा (IRS) अधिकारी हैं और वह इनकम टैक्स एयर इंटेलिजेंस यूनिट और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) में अहम जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं।
उन्हें खास तौर पर बॉलीवुड हस्तियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए जाना जाता है।
वह सबसे पहले 2010 में चर्चा में आए थे जब उन्होंने टैक्सी चोरी के मामले में 2,500 से अधिक लोगों पर कार्रवाई की थी। इनमें 200 से अधिक लोग सिनेमा जगत के थे।
कई बड़ी बॉलीवुड हस्तियों के खिलाफ कार्रवाई कर चुके हैं वानखेड़े
वानखेड़े 2013 में गायक मीका सिंह को एयरपोर्ट पर विदेशी मुद्रा के साथ गिरफ्तार कर चुके हैं। उन्होंने सोने का खुलासा नहीं करने के लिए अनुष्का शर्मा और मनीशा लांबा को भी हिरासत में लिया था।
वानखेड़े ने कैटरीना कैफ, रणबीर कपूर और कई क्रिकेटर्स को भी एयरपोर्ट पर रोका है।
उनके 2019 में NCB का जोनल डायरेक्टर बनने के बाद ही रिया चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया गया और दीपिका पादुकोण और श्रद्धा कपूर जैसी अभिनेत्रियों से पूछताछ की गई।
NCB की एक टीम ने 2 अक्टूबर को मुंबई के एक क्रूज पर छापा मार कर ड्रग्स पार्टी का भंडाफोड़ किया था। इस छापे में जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया था, उनमें बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान भी शामिल थे।
इस मामले की जांच वानखेड़े के नेतृत्व में हो रही है और उनकी टीम ने आर्यन के पास से ड्रग्स बरामद होने का दावा किया है। वे मामले में आर्थर जेल में बंद हैं।
वानखेड़े पर रिश्वत के क्या आरोप लगे हैं?
मामले में NCB के गवाह प्रभाकर सेल ने वानखेड़े और दूसरे गवाह केपी गोसावी पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया है।
उनका कहना है कि उन्होंने गोसावी और सैम डिसूजा नामक एक अन्य शख्स को 25 करोड़ रुपये की रिश्वत की बात करते हुए सुना था और अंत में 18 करोड़ रुपये में बात बनी थी। इनमें से आठ करोड़ रुपये वानखेड़े को पहुंचने थे।
उन्होंने NCB पर उनसे 10 सादे कागजों पर साइन कराने का आरोप भी लगाया है।
महाराष्ट्र सरकार ने वानखेड़े पर क्या आरोप लगाए?
इसके अलावा महाराष्ट्र सरकार ने भी वानखेड़े पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सरकार में मंत्री नवाब मलिक का आरोप है कि उनका असली नाम समीर दाऊद वानखेड़े है और उन्होंने अपने सर्टिफिकेट्स में फर्जीवाड़ा किया है।
उन्होंने वानखेड़े पर बॉलीवुड के खिलाफ मुहिम चलाने और उनसे वसूली करने के लिए मालदीव जाने का आरोप भी लगाया है।
आर्यन के खिलाफ केस को फर्जी बताते हुए मलिक ने वानखेड़े पर भाजपा नेताओं के संबंधियों को छोड़ने का आरोप भी लगाया है।
वानखेड़े ने आर्यन खान को छोड़ने के लिए रिश्वत लेने के आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
नवाब मलिक के आरोपों पर भी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा है कि उनके परिवार, पिता और स्वर्गीय माता को बदनाम करने की साजिश की जा रही है। उन्होंने कहा है कि उनकी मां मुस्लिम थी और उनके पिता हिंदू थे।
उन्होंने कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर उन पर गिरफ्तारी का खतरा मंडराने की बात भी कही है।
NCB का आरोपों पर क्या कहना है?
NCB ने कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर वानखेड़े को एक ईमानदार और सत्यनिष्ठा से भरा हुआ अधिकारी बताया है। एजेंसी ने कहा है कि उनका सर्विस रिकॉर्ड निष्कलंक है। हालांकि फिर भी NCB रिश्वत लेने के मामले में उनके खिलाफ जांच करेगी।