बदलने का दावा करने वाले तालिबान का असली चेहरा हर दिन के साथ दुनिया के सामने उजागर होता जा रहा है। बीते कुछ दिनों में वह आम लोगों के विरोध प्रदर्शनों को कवर कर चुके कई पत्रकारों को गिरफ्तार कर चुका है और उनके साथ मारपीट भी की है।
सामने आई कुछ तस्वीरों में पत्रकारों की पीठ पर पिटाई से पड़े खून के निशानों को देखा जा सकता है। ये निशान तालिबान के पहले शासन की याद ताजा करते हैं।
हिरासत में लिए गए टोलो न्यूज समेत कई मीडिया समूहों के पत्रकार
अफगानिस्तान के टोलो न्यूज के अनुसार, तालिबान ने विरोध प्रदर्शनों को कवर कर रहे उसके कैमरामैन समेत कई स्थानीय और विदेशी मीडिया के पत्रकारों को गिरफ्तार किया। चैनल प्रमुख के तालिबान से अपील करने के बाद उसके कैमरामैन को छोड़ दिया गया।
इसी तरह एरियाना न्यूज के पत्रकार समी जहेश और कैमरामैन समीम को भी तालिबान ने कुछ समय के लिए हिरासत में रखा। एतिलातरोज के दो पत्रकारों को भी तालिबान ने गिरफ्तार किया।
किसी पत्रकार को खून से लथपथ किया तो किसी को नाक रगड़ने पर मजबूर
तालिबान ने छोड़ने से पहले कई पत्रकारों के साथ मारपीट भी की। सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही तस्वीरों में एतिलातरोज के दोनों पत्रकारों के शरीर को खून से लथपथ देखा जा सकता है। तालिबान की पिटाई के बाद उनकी ये स्थिति हुई है।
वहीं एक अन्य अफगान पत्रकार ने गोपनीयता की शर्त पर द असोसिएट प्रेस को बताया कि तालिबान ने उसे जमीन पर नाक रगड़ने और प्रदर्शन को कवर करने के लिए माफी मांगने को मजबूर किया।
पहले भी पत्रकारों पर हमला कर चुका है तालिबान
15 अगस्त को काबुल पर कब्जा करने के बाद तालिबान पहले भी पत्रकारों या उनके संबंधियो पर हमला कर चुका है। कब्जा करने के दो-तीन दिन बाद ही उसे CNN की महिला पत्रकार को दौड़ाया था और उसके सहयोगी को बंदूक मारकर घायल कर दिया था।
इसके अलावा उसके लड़ाकों ने जर्मनी के मीडिया समूह डॉयचे वेले (DW) के एक पत्रकार को भी घर-घर जाकर ढूढ़ा था और उसके न मिलने पर उसके एक परिजन को गोली मार दी थी।
गौरतलब है कि अफगानिस्तान में पिछले दो दिन से बड़े पैमाने पर तालिबान और पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
पंजशीर में पाकिस्तान के हवाई हमलों के बाद शुरू हुए इन प्रदर्शनों में हजारों पुरुष और महिलाएं शामिल हुई हैं और पाकिस्तान मुर्दाबाद, आजादी और सपोर्ट पंजशीर जैसे नारे लगाए।
तालिबान ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हवाई फायरिंग भी की। इसमें एक युवक के मारे जाने की खबर है।
तालिबान ने प्रदर्शनों पर लगाई कई शर्तें, पहले से लेनी होगी अनुमति
अपने विरोध को रोकने के लिए तालिबान ने प्रदर्शनों पर कई शर्तें लागू कर दी हैं।
नए नियमों के तहत प्रदर्शनकारियों को प्रदर्शन करने से पहले न्याय मंत्रालय से मंजूरी लेनी होगी। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों को प्रदर्शन का मकसद, नारे, स्थान और समय जैसी अन्य जानकारियां भी प्रदर्शन से 24 घंटे पहले तालिबान प्रशासन को बतानी होंगी।
तालिबान के अनुसार, जिसने भी इन नियमों का उल्लंघन किया, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।